इंडिया न्यूज, Delhi AQI : देशभर में दिवाली को लेकर लोगों हर वर्ष की तरह विशेष उत्साह देखा जाता है। दिवाली पर्व पर लोग जमकर आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार करते हैं लेकिन यही उनकी खुशी लोगों विशेषकर दमा और सांस के रोगियों के लिए भारी पड़ जाती है।
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा पटाखे बेचने, खरीदने और जलाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ था लेकिन फिर भी यहां लोगों द्वारा जमकर आतिशबाजी की गई। देर रात तक पटाखों की आवाज आती रही। कई कई इलाकों में तो आधी-आधी रात तक भी पटाखे जलाए गए।
ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखों को न जलाने को लेकर ‘दीप जलाओ, पटाखे नहीं’ जन जागरुकता अभियान चलाया था और इतना ही नहीं आतिशबाजी करने पर जुर्माना लगाए जाने की बात भी कही थी लेकिन लोगों के कानों पर जूं तक नहीं रेगी, लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। जिस कारण यहां की आबोहवा में प्रदूषण फैल गया। हालात इतने खराब हो गए कि दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में तो एक्यूआई 400 को भी पार पहुंच गया।
दिवाली के बाद जैसे ही लोग सुबह उठे तो लोगों को धुंध की चादर नजर आई। सड़कों पर दूर-दूर तक धूल के गुब्बार नजर आए। जिस कारण सांस के रोगियों और दमा मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। अक्षरधाम और गाजियाबाद में धुंध छाई रही।
आपको बता दें कि पटाखों के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी लोगों ने पटाखे जलाकर नियमों की जमकर अवहेलना की जिस कारण सुबह इंडिया गेट का एक्यूआई 347, डीयू नार्थ कैंपस 382, आरकेपुरम 360, द्वारका 369, नेहरू नगर 371, पूसा 322, लोधी रोड में 273, मथुरा रोड 322 और अलीपुर का 308 एक्यूआई रहा।
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