India News Haryana (इंडिया न्यूज), Dengue Cases : हरियाणा में एक बार फिर गत वर्ष की भांति डेंगू के मरीजाें की बढ़ती संख्या लगातार सामने आ रही है जिसने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को फिर चिंता में डाल दिया है। ताजा मामले में हिसार में डेंगू के मामले सामने आए हैं। जी हां, जिले में डेंगू के सोमवार को 8 नए मामले आए, जिसके बाद जिले में अब कुल 243 केस हो गए हैं। बढ़ रहे केसों के कारण सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) और रैंडम डोनर (आरडीपी) प्लेटलेट्स की मांग में भी काफी वृदि्ध हो गई है।
नागरिक अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक अधिकारियों ने 50 एसडीपी निकालने के लिए किट मंगवाई है। इन किट के जरिये एसडीपी तैयार की जाती है। एसडीपी डेंगू मरीजों की घटी हुई प्लेटलेट्स को 30 से 35 हजार तक बढ़ा देती है। नागरिक अस्पताल में हाल ही में पांच डेंगू मरीजों को एसडीपी चढ़ाई गई है।
आपको बता दें कि जो डेंगू के नए मरीज मिले हैं उनमें चौधरीवास से 31 वर्षीय युवक, शिव नगर से 15 साल की किशोरी, इंदिरा कालोनी से 39 साल की युवती, महावीर कालोनी से 20 साल की युवती, विश्वकर्मा कालोनी से युवती ( 24), आजाद नगर से 42 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिले हैa। इसके अलावा सेक्टर-15 से 75 साल के बुजुर्ग व सेक्टर 16-17 से 39 वर्षीय युवक मेंं भीं डेंगू पाया गया है।
सोनीपत में अब लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और सोनीपत जिले में प्रतिदिन एवरेज 7 से 8 मरीज डेंगू के आ रहे हैं और वहीं जिले में अभी तक डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 129 पार जा पहुंचा है। लेकिन लगातार बढ़ रहे मरीजों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयास जरुर कर रहा है लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही के चलते अन्य लोग भी डेंगू से ग्रस्त हो रहे हैं। अब ऐसे लोगों के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने कर दी है और जिले में करीब 2876 लोगों को नोटिस दिए गए हैं। हालांकि प्राथमिक तौर पर चेतावनी दी जाती है। बार-बार समझाने के बावजूद भी जो लोग नहीं मानते तो नोटिस देकर आगे की कार्रवाई शुरू की जाती है।
Bishnoi Gang: अकेले लॉरेंस ही नहीं था मूसेवाला हत्याकांड में शामिल, इस खास रिश्तेदार ने दिया साथ
ऐसे में ठंड लगती है और तेज बुखार होता है। शरीर पर लाल-लाल चकते भी बन जाते हैं जो सबसे पहले पैरों पे फिर छाती पर तथा कभी-कभी सारे शरीर पर फैल जाते हैं। पेट खराब हो जाना, उसमें दर्द होना, रक्त में प्लेटलेटस की संख्या कम हो जानादस्त लगना, ब्लेडर की समस्या, लगातर चक्कर आना, भूख न लगना, नब्ज का दबाव कम होना, लगातार सिरदर्द, चक्कर आना, भूख न लगना। खूनी दस्त लगना और खून की उल्टी आना।
घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, गंदगी न फैलने दें। यदि कूलर का काम न हो तो उसे सूखाकर रखें, वरना उसका पानी रोज बदलते रहें। हफ्ते में पानी बदलें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े ही पहनें और मच्छरदानी लगाकर सोएं। जहां पानी जमा हो, उसमें केरोसिन तेल डाल दें और रोज घर में कीटनाषक का छिड़काव करें।
OPD Timings Changed: अस्पताल में बदला ओपीडी का समय, जानें क्यों लिया ये फैसला
Haryana Election Result : प्रदेश में इस वजह से भी कांग्रेस …., जानिए क्या थे वो कारण