India News (इंडिया न्यूज), Dengue, चंडीगढ़ : हरियाणा में डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। स्वास्थ्य संस्थानों में लगातार संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। विभाग लगातार लोगों को सावधानी बरतने को लेकर आगाह व जागरूक कर रहा है, लेकिन बावजूद इसके लोग निरंतर लापरवाही बरत रहे हैं। स्थिति ये है कि इस साल अब तक 4 हजार से ज्यादा मामले रिपोर्ट हो चुके हैं।
इसके अलावा कई मरीजों की मौत हो चुकी है। प्रदेश के कई जिलों में बीमारी के मामले चिंताजनक स्तर तक पहुंच चुके हैं। ये भी बता दें कि हरियाणा में दूसरे राज्यों के साथ लगते प्रदेश के जिलों में बाहर से भी मरीज आ रहे हैं। साथ लगते हिमाचल से बड़े पैमाने पर इलाज के लिए मरीज पंचकूला का रूख करते हैं।
इसके मद्देनजर कालका और परवाणु के अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए 6 जून, 2023 को हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक सीमा पार बैठक आयोजित की गई। पंजाब, हिमाचल, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के साथ एक सीमा पार बैठक 24 अप्रैल 2023 को भी वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक, आरओएचएफडब्ल्यू, भारत सरकार, चंडीगढ़ की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी।
प्रदेश में इस साल अब तक 4298 मामले आ चुके हैं। इस लिहाज से हर माह औसतन 450 से ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में मामलों में कमी है, लेकिन फिलहाल परिस्थितियां बीमारी फैलने के अनुकूल हैं तो केसिज में बढ़ोतरी संभव है। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के चलते मामले कम हुए हैं।
साल 2015 में प्रदेश में कुल 9921 डेंगू के केस आए थे। वहीं साल 2016 में 2494 केस रिपोर्ट हुए। इसके बाद 2017 में 4550 और 2018 में नए मामलों में व्यापक स्तर पर कमी दर्ज की गई। इस साल बीमारी के कुल 1936 मामले रिपोर्ट हुए। फिर साल 2020 में 1377 केस कंफर्म हुए। इसके बाद साल 2021 में डेंगू के मामलों में कई गुना इजाफा हुआ है और एक साल की अवधि में 11836 मामले कंफर्म हुए। फिर अगले साल 2022 में 8996 नए केस आए।
डेंगू के मरीजों के लिए सिविल अस्पताल में 150 वार्ड और 978 बिस्तर आरक्षित रखे गए हैं। घर-घर स्रोत कटौती गतिविधियां यानी 160 मच्छरों के प्रजनन स्रोतों की पहचान और उन्मूलन किया जा रहा है। स्रोत कटौती गतिविधियों को मजबूत करने के लिए 1 जुलाई से सभी जिलों में 590 घरेलू प्रजनन जांचकर्ता (डीबीसी) तैनात किए गए हैं। सिविल अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 150 वार्ड और 853 बेड आरक्षित रखे गए हैं।
घर-घर स्रोत कटौती गतिविधिया यानी मच्छरों के प्रजनन स्रोतों की पहचान और उन्मूलन किया जा रहा है। 26 सितंबर 2023 तक कई दौरों में कुल 27407896 घरों का दौरा किया गया है और 228922 घरों में लार्वा पाया गया है। स्रोत कटौती गतिविधियों को मजबूत करने के लिए 1 जुलाई से सभी जिलों में 590 घरेलू प्रजनन जांचकर्ता (डीबीसी) तैनात किए गए हैं। पिछले वर्ष जिला पंचकुला के कालका/पिंजौर क्षेत्र में डेंगू के प्रकोप को देखते हुए 1 अप्रैल 2023 से 50 डीबीसी पहले ही तैनात किए जा चुके हैं।