जानकारी के अनुसार सुनारिया जेल में डेरामुखी गुरमीत राम रहीम 2017 से बंद हैं। जिस समय उन्हें सजा मिली थी तो उस दौरान अनेक बहनों की डेरामुखी को काफी सहानुभूति रही लेकिन धीरे-धीरे यह सहानुभूति खत्म होती गई। यही नहीं इस बार राखियों को छांटने के लिए भी डाक विभाग द्वारा अलग से भी कर्मचारी नियुक्त करने की जरूरत नहीं पड़ी। मालूम रहे कि पिछले साल राम रहीम के लिए लाखों की संख्या में राखियां पहुंची थीं।
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