होम / Dushyant Chautala on Birender Singh : उचाना से मेरे चुनाव मैदान में आने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट : दुष्यंत चौटाला

Dushyant Chautala on Birender Singh : उचाना से मेरे चुनाव मैदान में आने से बीरेंद्र सिंह में घबराहट : दुष्यंत चौटाला

• LAST UPDATED : August 29, 2024
  •   बोले -कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान में दम है तो लडे होडल से चुनाव

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Dushyant Chautala on Birender Singh : पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के डूमरखा कला गांव में बुधवार देर रात पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का लोगों ने स्वागत किया। पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं के साथ पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का किया स्वागत। यहां अपने संबोधन में दुष्यंत चौटाला ने बीरेंद्र सिंह पर जमकर जुबानी हमला किया।

Dushyant Chautala on Birender Singh : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और अनिल विज पर भी कसा तंज

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, पूर्व मंत्री अनिल विज पर भी जमकर बरसे। दुष्यंत यही नहीं रुके और कहा कि कांग्रेस बीजेपी की आपस में फिक्सिंग है इसीलिए कांग्रेस ने राज्यसभा में अपना उम्मीदवार नहीं उतरा। उदयभान के जमानत जब्त पार्टी वाले बयान दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उदयभान अपनी खुद की सोचें और हिम्मत है तो होडल विधानसभा से अपना आवेदन के लिए कांग्रेस से टिकट लेकर लड़कर दिखाएं।

पहले से ज्यादा मजबूती के साथ हम इस चुनाव में लड़ेंगे

हमारी ना सोचें कि किसका क्या होगा। आज कांग्रेस के मुंह पर जेजेपी निकलना बीजेपी के मुंह से जेजेपी निकलना, यह घबराहट दोनों पार्टियों में है। माहौल बनना शुरू हो चुका है । पिछली बार भी 15 दिन में माहौल बना था और हम 10 सीटें जीते थे। आज तो हम एडवांस हैं 30 दिन बचे हैं। 30 दिन में तो पता नहीं कितनी सीटें हम ले आएंगे और पहले से ज्यादा मजबूती के साथ हम इस चुनाव में लड़ेंगे ।

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अनिल विज तो अपनी कटी हुई टिकट ही बचा लें

वहीं अनिल विज के कटी हुई पतंग के बयान पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अनिल विज तो अपनी कटी हुई टिकट ही बचा लें, तो वह भी बहुत है। पतंग तो कटी हो तो डोर से डोर जुड़ जाती है और ओर ऊंचाई पर चली जाती है। टिकट कट जाती है तो 5 साल इंतजार करना पड़ेगा।

दीपेंद्र हुड्डा के वोट काटु के बयान पर कहा कि कांग्रेस के मन में घबराहट सिर्फ जननायक जनता पार्टी की है। ये तो दोनों मिलकर चुनाव लड़ते हैं। इस बार का राज्यसभा उदाहरण है और यही राज्यसभा नहीं। आज से पहले 12 राज्यसभा चुनाव थे। कांग्रेस एक ही जीत पाई जो दीपेंद्र लड़ा। बची हुई क्यों हारी।

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