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ई-अधिगम योजना शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का सूत्रपात करेगी: मुख्यमंत्री

• LAST UPDATED : May 5, 2022
  • तख्ती और स्कूल बैग की जगह टैबलेट ने ली : मनोहर लाल

  • मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक से किया ‘ई-अधिगम’ योजना का शुभारंभ

    इंडिया न्यूज, चंडीगढ़। देशभर के लिए एक मिसाल कायम करते हुए हरियाणा ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का आगाज़ कर दिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक से ‘ई-अधिगम’ योजना का शुभारंभ करते हुए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित कर इस क्रांति का सूत्रपात किया। राज्य के 119 स्थानों में भी यह टैबलेट वितरण समारोह आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों से वर्चुअल माध्यम से जुड़े और बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों से संवाद भी किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों के छात्रों को पहले पुस्तकों को बैग में भरकर लाना पड़ता था लेकिन आज से इस टैब में ही उनकी किताबें आएंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना ने स्वास्थ्य के बाद शिक्षा को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में तकनीक को अपनाकर शिक्षा देने की योजना को देशभर में लागू करने के लिए वर्ष 2030 तक का लक्ष्य रखा गया है जबकि हम 2025 तक इसे लागू करने को लेकर संकल्पित हैं।

9वीं से 12वीं के बच्चों को टैबलेट देगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी क्रांति की शुरुआत हो रही है। आज तक सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए देश के किसी और प्रदेश में इतना बड़ा अभियान नहीं चला। देश के किसी भी राज्य ने एक साथ 5 लाख बच्चों को टैबलेट वितरित नहीं किए। हरियाणा ऐसा पहला राज्य है। सरकार 9वीं से 12वीं के बच्चों को टैबलेट देगी। उन्होंने कहा कि एक समय था जब स्कूल में जाने के लिए पुस्तकों के साथ तख्ती पर लिखा करते थे लेकिन आज उस तख्ती की जगह टैबलेट ने ले ली है। अब बच्चे इसपर अभ्यास करेंगे। ई-अधिगम योजना शिक्षा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में और भी कई सुधार किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के कारण शिक्षा क्षेत्र में बहुत प्रभाव पड़ा और स्कूल बंद करने पड़े, लेकिन अब टैबलेट नया क्लासरूम बन गया है। और ई बुक्स के माध्यम से तो यह फुल फ्लेज्ड क्लास रूम ही बन गया है।

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बजट का सबसे ज्यादा हिस्सा शिक्षा क्षेत्र के लिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा अपने बजट का सबसे ज्यादा हिस्सा शिक्षा क्षेत्र पर खर्च करता है। उन्होंने बताया कि इस बार के बजट में अकेले 20 हजार करोड़ रुपए शिक्षा पर खर्च किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन किए जा रहे हैं, जिसके लिए बजट की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।

सरकार टास्क फोर्स का करेगी गठन

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा करते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र के लिए सरकार दो टास्क फोर्स बनाने जा रही है। एक टास्क फोर्स स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर, बिल्डिंग, चारदीवारी, सुंदरता, स्वच्छता, रास्ते, पानी और शौचालय सहित अन्य जरूरी आवश्यकताओं पर काम करेगी तो दूसरी टास्क फोर्स स्कूलों में फर्नीचर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साल के अंदर हरियाणा के सभी स्कूलों में ड्यूल बेंच की व्यवस्था कर दी जाएगी।

आईटी के क्षेत्र से संबंधित कौशलों में बच्चों को किया जाएगा दक्ष

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से आईटी के क्षेत्र में कौशल हासिल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की आईटी स्किल को निखारने की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी। बच्चों को 3-डी प्रिंटिंग, ड्रोन, एआई, ब्लॉक चेन सहित अन्य तकनीकों का कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। आईटी ट्रेंड युवक कहीं भी देश दुनिया में काम कर सकते हैं, उनके लिए रोजगार के रास्ते खुल जाते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में हरियाणा के युवा देश और दुनिया में पहली पसंद बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अलग से फॉरन कॉपरेशन विभाग बनाया गया है जिसके जरिए दूसरे देशों के साथ सीधा संपर्क कर वहां एक्सपोर्ट कर सकते हैं और मैनपावर भेज सकते हैं।

छात्रों के लिए विषयवार ओलंपियाड की शुरुआत

मुख्यमंत्री ने कहा कि फिजिक्स और गणित के विद्यार्थियों में अच्छी प्रतियोगिता हो, इसके लिए छात्रों के लिए विषयवार ओलंपियाड शुरू किया जाएगा। इसमें अच्छे अंक लाने वाले बच्चों को नासा और इसरो जैसी संस्थाओं में भेजा जाएगा। जिला और राज्य स्तर पर ओलंपियाड होंगे, इनमें शामिल विद्यार्थियों को छात्रवृति और पुरस्कार भी दिया जाएगा।

युवाओं को एनडीए लेवल की तैयारी करवाई जाएगी

मनोहर लाल ने कहा कि भारतीय सेना में 10 फीसदी हरियाणा के युवा हैं। लेकिन सेना में हरियाणा के अफसरों की संख्या काफी कम है। अब हम इसमें आगे बढ़ रहे हैं और युवाओं को एनडीए लेवल की तैयारी करवाई जाएगी। एनडीए की कोचिंग के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।

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