India News Haryana (इंडिया न्यूज), Crop Residue Management : हरियाणा में बढ़ते प्रदुषण ने प्रदेश में कोहराम मचाया हुआ है। ऐसा कई बार हो चुका है जब हरयाणा में राज्य सरकार ने वहां के किसानों को कई बार चेतावनी भी दी है उसके बावजूद भी, जिले में किसान धान के अवशेष जलाना जारी रखे हुए हैं। कृषि विभाग के अनुसार, अब तक 71 सक्रिय आग वाले स्थानों की सूचना मिली है, जिनमें से एक्शन में आते हुए कृषि विभाग ने 49 स्थानों पर पराली जलाने की पुष्टि हुई है। वहीं 45 किसानों पर 1.12 लाख रुपये का पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क (ECC) लगाया गया है।
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कृषि विभाग कई बार इस बात की चेतावनी दे चुका है लेकिन फिर भी लगातार किसान पराली जला रहे हैं इससे हरियाणा ही नहीं बल्कि दिल्ली और पंजाब भी प्रभावित हो रहे हैं अपराधियों के भूमि अभिलेखों में 11 लाल प्रविष्टियां की गई हैं। जिला प्रशासन ने किरमच, सराय सुखी और बीर सोंटी गांवों के ग्राम सचिवों, सरपंचों और नंबरदारों और संबंधित क्षेत्रों के पुलिस अधिकारियों को भी नोटिस जारी किए हैं।
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आपको बता दें, कृषि उपनिदेशक, कुरुक्षेत्र, डॉ. कर्म चंद ने कहा कि, “विभाग ने खेतों में आग को कम करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है। इस साल फसल अच्छी हुई है और आग लगने की घटनाओं को 100 से कम रखने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, हमने किसानों को 50% सब्सिडी पर 747 मशीनें उपलब्ध कराई हैं। हमने पराली प्रबंधन के लिए 10 केंद्र स्थापित किए हैं। इस बीच, कुरुक्षेत्र के डिप्टी कमिश्नर राजेश जोगपाल ने कहा, “जैसे ही पराली जलाने की सूचना मिलती है, अधिकारी मौके पर पहुंचते हैं और उचित कार्रवाई करते हैं।”