India News, Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Session : हरियाणा विधानसभा सत्र के कल तीसरे दिन सदन की कार्रवाई 2 बजे शुरू होने के बाद इनेलो विधायकों द्वारा सदन में रखे गए ध्यान आकर्षण प्रस्ताव और कई अन्य मामलों को लेकर सत्ताधारी भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और कई मामलों पर आमने सामने रहे। इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल ने प्रदेशभर में डीएपी की कमी और इसके चलते हो रही किसानों की परेशानी और अर्जुन चौटाला ने प्रदेशभर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों को लेकर दो ध्यान आकर्षण प्रस्ताव सदन में रखे। इन दोनों ही मामलों पर कांग्रेस और रेलवे विधायकों ने भाजपा को घेरने की कोशिश की तो वहीं सरकार ने साफ कर दिया कि प्रदेशभर में कहीं पर भी डीएपी की कमी नहीं है और पर्याप्त मात्रा में डीएपी का स्टॉक उपलब्ध है।
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लगातार रिपोर्ट हो रहे हैं डीएपी की कमी के मामलों को लेकर इनेलो के आदित्य देवीलाल के ध्यान आकर्षण प्रस्ताव पर सत्ताधारी भाजपा के साथ विपक्षी दलों कांग्रेस व इनेलो के विधायक उलझते दिखाई दिए। प्रस्ताव पर जवाब देते हुए कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया डीएपी की कालाबाजारी करने वालों पर सरकार ने लगातार शिकंजा कसा है और इसको लेकर 7 एफआईआर दर्ज की गईं और अब तक कुल 185 छापे मारे गए।
आगे उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में कहीं डीएपी की कमी नहीं है तो तो इसको लेकर विपक्ष के विधायकों ने अपनी आपत्ति दर्ज करवाई। इसके बाद फिर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सदन में डीएपी की उपलब्धता को लेकर आंकड़े सदन में रखते हुए कहा कि प्रदेश में डीएपी का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है और कहीं कोई कमी नहीं है। ध्यान आकर्षित प्रस्ताव पर कांग्रेस की आफताब अहमद और जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि प्रदेश भर डीएपी की कमी के चलते किसान खासे परेशान हैं।
हरियाणा विधानसभा की कार्रवाई के दौरान सदन में डेंगू पर अर्जुन चौटाला ने रखते ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर कहा कि प्रदेश में डेंगू के नए केस हर रोज आ रहे हैं और अब तक 5000 से ज्यादा डेंगू के केस आ चुके हैं। हर दिन प्रदेश में डेंगू के मामले बढ़ने के बावजूद सरकार ने समय पर रोकथाम के कदम नहीं उठाए। सदन में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने कहा कि डेंगू रोकथाम पर काम किया जा रहा है और डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
इस पर अर्जुन चौटाला ने सप्लीमेंट्री सवाल पूछते हुए कहा कि डेंगू के मामलों को लेकर निजी अस्पतालों के आंकड़े क्यों नहीं पेश किए गए और प्रदेश में व्यापक पैमाने पर डॉक्टरों की कमी है जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने कहा कि आंकड़े छुपाने की बजाय डेंगू को नियंत्रित करने के लिए तमाम प्रयास किए जाने चाहिए।
ये भी बता दें कि सदन की कार्रवाई के दौरान दो विधेयक जिनमें ऑनरेबल डिस्पोजल ऑफ डेडबॉडी और हरियाणा संगठित नियंत्रण विधेयक शामिल हैं, को सरकार ने वापस ले लिया। इस पर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि हम पहले ही कह रहे थे कि इन विधेयकों में कमी है और त्रुटियां हैं, लेकिन इसके बावजूद हमारी नहीं सुनी और इनको आपने केंद्र को भेज दिया। ये भी बता दें कि सत्र के पहले दिन 7 विधेयक पेश किए गए जिनमें हरियाणा नगर निगम (संशोधन) विधेयक 2024, हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा (विनियमन) संशोधन विधेयक 2024, हरियाणा पंचायती राज (संशोधन) विधेयक 2024, हरियाणा ग्राम शामलात भूमि (विनियमन) संशोधन विधेयक 2024, हरियाणा नगर पालिका (संशोधन) विधेयक 2024, हरियाणा सिख गुरुद्वारा (प्रबंधक) संशोधन विधेयक 2024 और हरियाणा संविदात्मक कर्मचारी (सेवा की सुनिश्चितता) विधेयक 2024 शामिल हैं।
हरियाणा संविदात्मक कर्मचारी (सेवा की सुनिश्चितता) विधेयक 2024 पर दोनों पक्ष के विधायक उलझे। जब विधेयक पर चर्चा शुरू हुई तो विपक्षी दल की गीता भुक्कल ने लगातार इस बात पर आपत्ति उठाई कि हरियाणा रोजगार कौशल निगम के जरिए ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है। रोजगार कौशल के जरिए जो नियुक्ति की गई है उसमें रिजर्वेशन पॉलिसी को फॉलो नहीं किया जा रहा।
वहीं इस प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मिनिस्टर कृष्ण बेदी ने कहा कि कांग्रेस के समय ठेके पर नियुक्तियां की गई थी और उनके द्वारा की गई नियुक्तियों में भी विसंगतियां थी इस मुद्दे पर लेकर दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस हुई। वहीं गेस्ट टीचर के मामले पर जिनकी भरती कांग्रेस के समय हुई थी, के मुद्दे पर हुड्डा और कैबिनेट मिनिस्टर आनंद शर्मा के बीच भी जमकर बहस रहीं।
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