India News Haryana (इंडिया न्यूज),Haryana Shocking News: नूंह जिले के स्कूलों से शिक्षा विभाग के भ्रष्टाचार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक तरफ सरकार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य देने की बात करती है वहीं नूंह जिले के शिक्षा अधिकारी पढ़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नूंह जिले के 18 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में खंड शिक्षा अधिकारी बीरेंद्र द्वारा अपने ऑफिस से लाखों रुपये की एक्सपायरी कीट वाली ब्लड टेस्टिंग किट्स स्कूलों में भेजी गईं। हर एक स्कूल में छह किट भेजी गई एक ब्लड टेस्टिंग किट की कीमत 9600 है। लेकिन चौकाने वाला खुलासा ये हुआ कि बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक एक्सपायरी डेट वाली ब्लड टेस्टिंग किट्स जो स्कूलों को भेजी गईं। इनका इस्तेमाल बच्चों पर किया जाना था। अध्यापकों को गुरु माना जाता है लेकिन नूंह जिले में स्कूल के बच्चो की जान से खेला जा रहा है। इस भ्रष्टाचार का सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ा है। इन एक्सपायर्ड किट्स के इस्तेमाल से बच्चों की जान को खतरा हो सकता था। वहीँ लाखों रुपये का गबन हुआ है, जो कि शिक्षा के बजट से किया गया है। यह धन बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च होना चाहिए था।
जब इस बारे मे जिला शिक्षा अधिकारी से बात की तो उन्होंने इसके बारे में कुछ भी पता नहीं है यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया। जबकि ये कीट पुनहाना ब्लॉक बीओ ऑफिस से स्कूल में भेजी गई थी। अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि ये किट कब शिक्षा विभाग को मिली और कब खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंची और कितने दिन वहां पड़ी रही। सही समय पर इन कीट्स को स्कूलों में क्यों नहीं पहुंचाया गया। ये सब जांच का विषय है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त से सख्त कारवाही होनी चाहिए।
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