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Farmers Protest: अगर मेरी मृत्यु होती है तो इसके जिम्मेदार…, अनशन के दौरान डल्लेवाल की चिट्ठी प्रधानमंत्री के नाम!

• LAST UPDATED : December 13, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Farmers Protest: हरियाणा से लेकर पंजाब तक सिर्फ एक ही मुद्दा चर्चाओं में है। 300 दिनों से भी ज्यादा चल रहा किसान आंदोलन अब अपने चरम पर है। लगातार किसान MSP को लेकर डटे हुए हैं वहीँ केंद्रीय सरकार भी उन्हें दिल्ली कूच से रोकने के लिए लिए हर एक संभव प्रयास कर रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। वहीँ खनौर बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन भी जारी है। आमरण अनशन के 17वें दिन यानी (12 दिसंबर) को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने गुहार लगाई है कि, उनकी 13 मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा है कि अगर अनशन के दौरान मेरी मृत्यु हो जाती है तो इसके लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार होंगे।

  • किसान फूंकेंगे पुतला
  • जानिए किसान नेता डल्लेवाल ने पत्र में क्या लिखा?

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किसान फूंकेंगे पुतला

वहीँ अभी तक किसानों का आंदोलन जारी है। लगातार किसानों में केंद्रीय और राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, किसान आंदोलन से जुड़े दोनों मोर्चों ने अपील की है कि शुक्रवार यानी 13 दिसंबर को देशभर में सभी गांवों में केंद्र और राज्य सरकारों के पुतले जलाए जाएं और 16 दिसंबर को देशभर में पंजाब के अलावा तमाम राज्यों में जिला और तहसील स्तर पर ट्रैक्टर मार्च किए जाएंगे। वहीँ 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च के बाद सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल की ओर से हस्ताक्षरित चिट्ठी जिला और तहसील अधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति को भी भेजी जाएगी।

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जानिए किसान नेता डल्लेवाल ने पत्र में क्या लिखा?

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए कहा कि, ”मैं देश का एक साधारण किसान हूं और बड़े भारी और दुखी मन से आपको पत्र लिख रहा हूं। एमएसपी गारंटी कानून समेत 13 मांगों को पूरा कराने के लिए 13 फरवरी से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसान आंदोलन चल रहा है। जब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की सरकार टस से मस नहीं हुई तो दोनों मोर्चे के फैसले के मुताबिक मैंने 26 नवंबर से आमरण अनशन शुरू किया। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी लिखा कि, मेरे आमरण अनशन को आज 17वां दिन है, मुझे उम्मीद है कि आप के सलाहकारों ने मेरे स्वास्थ्य और आंदोलन की स्थिति के बारे में आपको अवगत करा ही दिया होगा। ये सिर्फ हमारी मांगें नहीं हैं बल्कि सरकारों द्वारा अलग-अलग समय पर किए गए वायदे हैं।

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