India News Haryana (इंडिया न्यूज), Farmer Organization: सिरसा जिले में किसानों के लिए धान की फसल लेकर मंडी आना एक चुनौती बन गया है। कई किसान इस समय मंडियों में अपने धान की बिक्री के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन दाम सही नहीं मिलने के कारण वे परेशान हैं। सरकारी खरीद की प्रक्रिया चालू होने के बावजूद, किसानों को उनकी मेहनत का उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी चिंता बढ़ गई है।
इस समय, सिरसा जिले में धान और बाजरे की सरकारी खरीद जारी है। जिला प्रशासन ने मंडियों में फसल की बिक्री को लेकर व्यापक प्रबंध किए हैं, लेकिन फिर भी स्थिति संतोषजनक नहीं है। मंडियों में चारों तरफ धान और बाजरा फैला हुआ है, लेकिन किसानों को उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। धान की पैदावार इस साल अपेक्षा से कम होने के कारण किसान और भी मायूस हैं।
मार्केट कमेटी प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे सूखा धान मंडी में लाएं, ताकि खरीद प्रक्रिया को सुगम बनाया जा सके। किसानों का कहना है कि वे अपनी मेहनत के फल के लिए अच्छे दाम की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालात उन्हें निराश कर रहे हैं। धान के दाम कम होने से सिरसा के किसान चिंतित हैं, और उन्हें अपने भविष्य के लिए स्थिरता की आवश्यकता है।
किसान संगठन भी इस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं और सरकार से उचित मूल्य की मांग कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस स्थिति का संज्ञान लेकर उचित कदम उठाएगी, ताकि उनकी मेहनत को सही मूल्य मिल सके। किसान अब अपने हक के लिए आवाज उठाने को तैयार हैं, ताकि उनकी मेहनत और संघर्ष का फल उन्हें मिले।