होम / Farmer Suicide: ‘किसान का खुदकुशी करना शर्म की बात…’, किसान की मौत के बाद कुमारी सैलजा का जुबानी हमला

Farmer Suicide: ‘किसान का खुदकुशी करना शर्म की बात…’, किसान की मौत के बाद कुमारी सैलजा का जुबानी हमला

• LAST UPDATED : November 10, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Farmer Suicide: सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार पर डीएपी खाद की कमी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। हाल ही में उकलाना मंडी के भीखेवाला गांव के एक किसान, रामभक्त, की खाद न मिलने से परेशान होकर आत्महत्या करने की खबर सामने आई, जिसने किसानों के प्रति सरकार की उदासीनता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ट्वीट पर बोली कुमारी सैलजा

कुमारी सैलजा ने इस घटना पर सरकार की कड़ी आलोचना की और इसे प्रशासनिक विफलता के साथ-साथ “अन्नदाताओं के सपनों की निर्मम हत्या” करार दिया है। सैलजा ने इस विषय पर लगातार दो ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने कहा कि रामभक्त की मौत केवल एक किसान की मौत नहीं, बल्कि किसानों के विश्वास पर गहरी चोट है। उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी के चलते किसान को बार-बार मंडी के चक्कर काटने पड़े और निराश होकर उसने अपनी जान दे दी।

Bus Ticket Fare: अच्छी खबर! अब गुरूग्राम से चंडीगढ जाना हुआ सस्ता, शुरू हुई नई बस सर्विस

बीजेपी पर लगाया आरोप

सैलजा ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर किसानों की जरूरतों की अनदेखी करने और संवेदनहीनता का आरोप लगाया है। सांसद सैलजा ने इस घटना के बाद मृतक के परिवार से मिलकर शोक व्यक्त किया और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी इस मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए सरकार से मांग की कि खाद की कमी को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर खाद्य विक्रेता डीएपी या यूरिया का स्टॉक रखते हुए भी किसानों को खाद देने से इनकार करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

कुमारी सैलजा ने बताई सरकार की जिम्मेदारी

सैलजा का कहना है कि खाद, बीज, और अन्य कृषि-सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है और यदि कोई किसान इसकी कमी के कारण आत्महत्या करने पर मजबूर होता है, तो यह सरकार के लिए शर्म की बात है। उन्होंने सरकार से किसानों के प्रति अपनी नीतियों में बदलाव लाने का आग्रह किया और कहा कि अन्नदाताओं के मान-सम्मान की रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है।

Haryana Weather: हरियाणा में कब बदलेगा मौसम? AQI का बढ़ता खतरा, तापमान में आया बड़ा अंतर