जुलाना/जगमेश सिंधु
जुलाना क्षेत्र के गांव किलाजफरगढ़ के किसानों का सब्र का बांध अचानक टूट गया, निर्माणधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 152d पर प्रदर्शन करते हुए किसान पहुंच गए, बता दें गांव से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी का कार्य इन दिनों जोरों पर चल रहा है, ऐसे में किसान अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर काम रुकवाने के लिए पहुंच गए, किसानों ने कहा कि सड़क के दोनों और गांव के खेत आते हैं ऐसे में यहां से रंग की नाली से पानी दिया जाता है पानी निकासी के लिए तो विभाग से पाइप दबा दिए गए लेकिन किसान किस प्रकार से खेत में सड़क के दूसरी तरफ जाए इसके लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया।
किसानों ने कहा कि पानी की देखरेख के लिए उन्हें सड़क के दोनों तरफ आना जाना पड़ता है ऐसे में उन्हें दूसरी ओर किलोमीटर का चक्कर लगाकर अपने खेत में पहुंचना पड़ रहा है, किसानों ने कहा कि इसके लिए हम जिला उपायुक्त से लेकर सड़क निर्माण का कार्य देख रही राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं, उन्होंने कहा था कि आपकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा लेकिन अचानक से रात को विभाग से सड़क पर मिट्टी और रोड़ा डालकर कंस्ट्रक्शन का काम जोरों पर शुरू कर दिया गया, जब किसानों को इसकी भनक लगी तो किसान अपने परिवार सहित सड़क पर पहुंचे और रोड़ा डालने का काम को रुकवाया और एक दिन के सांकेतिक धरने के लिए सड़क पर बैठ गए, किसानों ने कहा कि जब तक उन्हें रास्ता नहीं मिलता तब तक वहां पर काम नहीं करने देंगे इसके लिए चाहे उन्हें कितना भी लंबा संघर्ष क्यों ना करना पड़े।
राष्ट्रीय राजमार्ग 152d पर विरोध करने पहुंचे किसानों ने कहा कि उनके गांव के खेत दोनों तरफ इस राष्ट्रीय राजमार्ग के आते हैं, ऐसे में खेत में पानी लगाने के लिए किसान को एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है और सड़क के दूसरी ओर भी खेत होने के कारण उन्हें आने-जाने में समस्या हो रही है, विभाग से पानी की निकासी के लिए तो पाइप लाइन दबा दी गई लेकिन किसान को जाने के लिए कहीं से कोई रास्ता नहीं दिया गया, ऐसे में किसान को अपने पानी की देखरेख के लिए किलोमीटर का चक्कर लगाकर वापस लाली तक पहुंचना पड़ता है, जो कि किसान के साथ एक अन्याय है मुश्किल से किसान को कुछ समय ही पानी के लिए मिल पाता है, अपनी मांग को लेकर हम उपायुक्त से लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों तक मिल चुके हैं, जिन्होंने कहा था कि आपकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा लेकिन वह केवल आश्वासन ही रहे ऐसे में विभाग से दोबारा से काम शुरू कर दिया गया है जिसको हमने आकर धरना दे रहे हैं जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती जब तक यूं ही संघर्ष करते रहेंगे।