India News Haryana (इंडिया न्यूज), Farmers Protest: किसान आंदोलन एक बार फिर तेजी पकड़ता जा रहा है। लगातार किसान दिल्ली कुछ को लेकर तैयारी कर रहे हैं वहीं केंद्र सरकार उनको रोकने के प्रयास में लग गई है। हाल ही में दिल्ली कुछ को लेकर किसानों ने बैठक की। ये बैठक संयुक्त किसान माेर्चा (गैर राजनीतिक ) और किसान मजदूर मोर्चा की पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया के बीच हुई। ये बैठक लगभग एक घटना चली और इस बैठक में किसानों के दिल्ली कूच का रूट और टाइम तय किया गया। किसान इस बार इस बात को लेकर भी सतर्क हैं की जाम ना लगे और लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसलिए उन्होंने पैदल मार्च का फैसला लिया।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शंभू बॉर्डर का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, वहीं अब स्पष्ट हो गया कि फैसला राज्य सरकार को लेना होगा कि किसानों के निकलने के लिए शंभू बॉर्डर से रास्ता खोला जाएगा या नहीं। इस बात पर आज सहमति बन नहीं सकी क्योंकि जिला स्तर पर बॉर्डर से रास्ता देने का फैसला नहीं लिया जा सकता। वहीं आपको बता दें इस समय शंभू बॉर्डर पूरी तरह सील किया हुआ और भारी मात्रा में सुरक्षाबलों का इंतजाम भी है।
इस दौरान किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर ने दिल्ली कूच को लेकर कहा कि वो जत्थों में ही जाएंगे, वो नहीं चाहते कहीं पर भी ट्रैफिक ब्लाक हो और शंभू बॉर्डर से ही निकलेंगे। उनकी प्लानिंग है कि रोजाना 15 किलोमीटर का सफर करेंगे। वो प्रशासन को भरोसे में लेकर दिल्ली पहुंचेंगे, जब विश्वास हो जाएगा तो ट्रैक्टर भी लेकर जाने दिया जाएगा। फिलहाल शंभू बॉर्डर पर भी मोर्चा लगा रहेगा। इतना ही नहीं स्वर्ण सिंह पंधेर ने कहा कि जहां तक पार्टियों का सवाल है नायब सैनी कांग्रेस पर जितना मर्जी हमला कर लें, हमें उससे कोई आपत्ति नहीं है। हां जहां एनडीए गठजोड़ की सरकार है वहां भी किसानों की बहुत ज्यादा समस्याएं हैं। जहां गठजोड़ चल रहा है वहां भी किसानों की समस्या है।