जींद में प्रगतिशील किसान सुनील कंडेला के खेत में लगे 800 ग्राम के अमरूद चर्चा का विषय बन गए हैं…. जिन्हें देखने के लिए आसपास के गांव के किसानों के अलावा दूसरे देशों से भी लोग आ रहे हैं. ये अमरूद थाइलैंड की किस्म के हैं.जींद के सुनील कंडेला ने दो साल पहले अपने खेत में ये पौधे लगाए थे. जिन पर अब फल आनी शुरू हो गई है. किसान सुनील ने पौधों में किसी भी तरह के कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया, बल्कि जैविक तरीका अपनाते हुए पौधों में देसी खाद डाली. पौधे पर लगे फल को धूल-मिट्टी और बीमारियों से बचाने के लिए उन्हें कवर भी किया गया है जिससे अमरूदों पर किसी तरह के दाग भी नहीं हैं और खाने में भी अमरूद स्वादिष्ट है. आमतौर पर एक अमरूद 200 से 250 ग्राम का होता है. लेकिन सुनील के खेत में 800 ग्राम से ज्यादा वजन के अमरूद होने से लोग हैरान हैं. गांव कंडेला निवासी किसान सुनील का शौक रहा है कि वो वैज्ञानिक तरीके से बागवानी के साथ-साथ सब्जी उगाकर खेतीबाड़ी को लाभकारी बना सके. उन्होंने एक समय में हर मौसम की फसल उगाने का फैसला लिया. जिसका पॉजीटिव रिजल्ट सामने आया है.
सुनील का कहना है कि प्रति एकड़ के हिसाब से सालाना तीन लाख रुपये की बचत हो जाती है. उन्होंने कहा कि उन्हें बचपन से ही शौक था कि एक ही समय में हर मौसम की फसल तथा सब्जियों को उगाया जाए. इसके बारे में उन्होंने वैज्ञानिकों से सलाह ली और उनके बारे में पढ़ा. जिसके चलते उन्होंने आर्गेनिक खेती की शुरुआत की पिछले चार साल से वे लगातार आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं. आर्गेनिक खेती को लेकर आसपास के किसानों को भी जागरूक कर रहे हैं. ताकि फसलों की भी पैदावार बढ़े और लोगों को शुद्ध खादय सामग्री मिल सके.