India News Haryana (इंडिया न्यूज), DAP Fertilizer: कैथल जिले में डीएपी खाद की किल्लत एक बार फिर किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई है। वीरवार को रेलवे स्टेशन पर आए करीब 28 हजार बैग्स में से अधिकांश खाद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वितरित हो गए, और दो ही दिन में अधिकतर स्टॉक खत्म हो गया। अब सरकारी खाद केंद्रों पर केवल 8 हजार बैग्स ही बचे हैं, जो किसानों की आवश्यकता पूरी करने के लिए अपर्याप्त हैं।
किसानों का कहना है कि खाद की कमी के कारण उन्हें बार-बार केंद्रों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कैथल जिले के अधिकतर क्षेत्रों जैसे सीवन, चीका, ढांड, और आसपास के रकबे में गेहूं की बुवाई का कार्य पूरा हो चुका है। इस साल कैथल में 1 लाख 60 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती होनी है। हालांकि, कलायत और राजौंद क्षेत्रों में अभी बुवाई शेष है। ऐसे में डीएपी खाद की आवश्यकता और बढ़ जाती है, और स्टॉक जल्द ही खत्म हो जाने से किसानों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है।
शनिवार को खाद की उम्मीद में कई किसान सरकारी केंद्रों पर पहुंचे, लेकिन वहां खाली हाथ लौटना पड़ा। किसानों का कहना है कि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं होने के कारण बुवाई में बाधा आ रही है। खाद की बढ़ती मांग और आपूर्ति की धीमी गति को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी डीएपी खाद की सुचारू आपूर्ति के प्रयास कर रहे हैं।
किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बुवाई के समय कोई कमी न हो। जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही और डीएपी बैग्स की आपूर्ति कर दी जाएगी और किसानों को जितनी भी खाद और बीज की जरूरत है, उसे उपलब्ध करवाने का पूरा प्रयास किया जा रहा