India News Haryana (इंडिया न्यूज), Farmers Protest 2.0 : 13 फरवरी से शंभू-खनौरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों के विरोध प्रदर्शन को शुरू हुए 300 से ऊपर दिन हो चुके हैं, पर अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ जिस कारण अब किसानों को अपना आंदोलन तेज करना पड़ रहा है।
जी हां, दिल्ली आंदोलन 2.0 के तहत किसानों का विरोध प्रदर्शन 305वें दिन में प्रवेश कर चुका है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान नेता जगजीत सिंह ढल्लेवाल का आमरण अनशन जारी है, लेकिन अब तक सरकार की ओर से इस बारे में कोई ठोस प्रस्ताव नहीं आया है।
सरवन सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। मांगें मानने के बाद फिर सरकार मुकर रही है। इतना ही नहीं, मंत्री गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। हमें सरकार की बातचीत करने की मंशा का कोई संकेत नहीं मिला। यह स्पष्ट है कि सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है।
1. सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाए।
2. डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय की जाए।
3. डीएपी खाद की कमी दूर हो।
4. किसान-खेत मजदूरों का कर्जा माफ कर उन्हें पेंशन दी जाए।
5. भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए।
6. लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा मिले।
7. मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगे।
8. किसान आंदोलन में मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।
9. विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद किया जाए।
10. मनरेगा में हर वर्ष 200 दिन का काम, 700 रुपए दिहाड़ी दी जाए।
11. नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां और खाद वाली कंपनियों पर कड़ा कानून बनाया जाए, ताकि किसानों की फसलें खराब न हों।
12. मिर्च, हल्दी एवं अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग गठित किया जाए।
13. संविधान की 5 सूची को लागू कर आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए।