वोट मांगने वालों से किसानों ने मांगा वोट… क्या करेंगे प्रतिनिधि?
चंडीगढ़/दिल्ली/ब्यूरो
बुधवार को विधानसभा में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव आना है. इस पर चर्चा होनी है. किसानों को लग रहा है कि अगर उनके मुताबिक चीजें हुई, तो केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ेगा. इसी को लेकर किसान सड़क पर उतर आए, जगह-जगह किसानों ने विधायकों के घर के बाहर प्रदर्शन किया और अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग करने की अपील की.
फतेहाबाद में बीजेपी विधायक दुड़ाराम के घर के बाहर प्रदर्शन
फतेहाबाद में किसानों ने बीजेपी विधायक दुड़ाराम के घर के बाहर प्रदर्शन किया, साथ ही उनके परिजनों को ज्ञापन भी सौंपा. किसानों ने कहा कि अगर विधायक सरकार के पक्ष में वोट करेंगे तो फतेहाबाद की जनता उन्हें सबक सिखाएगी. संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर किसान विधायक के घर पहुंचे थे. किसानों ने ये भी कहा है कि अगर दुड़ाराम उनके समर्थन में वोटिंग नहीं करते हैं तो गांव में एंट्री बैन कर दी जाएगी.
टोहाना में जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली का घर घेरा
वहीं टोहाना में भी संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली के घर पहुंचे. यहां भी नारेबाजी की गई और विधायक के भाई को ज्ञापन सौंपा गया.
नारनौंद में रामकुमार गौतम के घर पर प्रदर्शन
दूसरी तरफ नारनौंद से भी कुछ ऐसी ही तस्वीर आई. सैकड़ों की संख्या में किसान विधायक रामकुमार गौतम के आवास पर पहुंचे. कई खापें भी इस दौरान मौजूद थीं. सभी ने झोली फैलाकर विधायक से अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोट मांगा.
यमुनानगर में भी प्रोटेस्ट
यमुनानगर में भी किसानों ने बीजेपी और जेजेपी विधायकों से अपने पक्ष में वोट मांगा. कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर के घर के बाहर किसानों ने प्रदर्शन किया. कंवरपाल गुर्जर जगाधरी से विधायक हैं, उनके घर के बाहर किसान बड़ी संख्या में नजर आए.
कैथल में कमलेश ढांडा और लीलाराम के घर के बाहर प्रदर्शन
कैथल में कैबिनेट मंत्री कमलेश ढांडा के और विधायक लीलाराम के घर के बाहर भी किसानों ने प्रदर्शन किया. दोनों के परिजनों को किसानों की तरफ से ज्ञापन सौंपा गया.
कुरुक्षेत्र में सुधा के घर सुरक्षा कड़ी
वहीं, कुरुक्षेत्र में थानेश्वर के विधायक सुभाष सुधा के घर के बाहर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई अनहोनी वाली घटना ना हो विधायक के निवास से थोड़ी दूर पहले ही किसान एकजुट हुए थे और प्रदर्शन की रणनीति बना रहे थे. इसके अलावा सिरसा में भी प्रदर्शन की तैयारी थी, विधायकों और मंत्रियों के आवास के तरफ किसान जाने को तैयार थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग करके रास्ता रोक दिया.