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विधायकों के खिलाफ किसानोंं का विरोध, ‘विधायक जी’ के रास्ते में क्यों लग गया अवरोध ?

• LAST UPDATED : March 23, 2021

अंबाला/अमन कपूर

पहले बीजेपी,जेजेपी नेताओं को ग्रामीण इलाकों में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब शहरी इलाकों में भी भाजपा नेताओं का विरोध शुरू हो चुका है,बता दें अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल को बांस बाजार में चौक के नवीनीकरण के उद्घाटन समारोह में जाना था, लेकिन किसानों के विरोध के चलते विधायक को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा, किसानों का कहना है कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को सरकार रद्द नहीं करती तब तक ऐसे ही भाजपा नेताओं का विरोध जारी रहेगा।

पिछले लंबे समय से बीजेपी और जेजेपी नेताओं को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है,इसी कारण विधायकों को अपने ग्रामीण कार्यक्रम रद्द करने पड़ रहे हैं, लेकिन अब बीजेपी नेताओं को किसानों के विरोध का सामना शहरी इलाकों में करना पड़ रहा है, अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल को शहर के बांस बाजार में स्तिथ पुराने चौक के नवीनीकरण का उद्घाटन करना था, जिसके लिए विधायक को 10 बजे कार्यक्रम में पहुंचना था, लेकिन किसानों ने 9 बजे ही चौक के पास डेरा जमा लिया और किसानों के विरोध के चलते विधायक असीम गोयल को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा, किसानों का कहना है हमने सभी विधायकों से अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के खिलाफ वोट करने की अपील की है लेकिन विधायकों ने सरकार को चुना हमारा विरोध इसी तरह लगातार जारी रहेगा, जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापिस नहीं ले लेती किसानों ने कहा कि सुनने में आया है कि प्रशासन इस चौक का नाम भी बदल रहा है, जोकि सरासर गलत है, चौक के नाम को लेकर भी उस समय विवाद पैदा हो गया है।

जब लोगों को भनक लगी कि प्रशासन पम्मी चौक के नाम में भी कुछ बदलाव करने जा रहा है, इसको लेकर भी स्वर्गीय इंद्रपाल पम्मी के परिवार और स्थानीय लोगों में काफी रोष है, पूर्व पार्षद स्वर्गीय इंदरपाल पम्मी के बेटे सन्नी ने बताया कि यह चौक 2010 में उनके पिता के नाम पर बनाया गया था, जोकि समाजसेवी और नगर परिषद के चेयरमैन थे, वह 2 बार इस क्षेत्र से पाषर्द भी रहे थे, उनकी मौत एक कार दुर्घटना में हो गई अपनी छवि और काम के कारण वह लोगों के दिलो में बसते थे इसी कारण उनके नाम पर 2010 में इस चौक का निर्माण किया गया था, अब प्रशासन से इस चौक का नवीनीकरण करने के बाद नाम में भी कुछ बदलाव किया जा रहा है, जोकि बिल्कुल गलत है हम प्रशासन से यही निवेदन करते हैं कि इस चौक का नाम पहले की तरह पम्मी चौक ही रखा जाए।