फतेहाबाद/जितेंद्र मोंगा
फतेहाबाद में प्रॉपर्टी आईडी को लेकर लोगों में काफी रोष देखा गया, लोग जब नगर परिषद कार्यालय में प्रॉपर्टी आईडी बनवाने के लिए पहुंचे, तो कर्मचारियों के साथ की लोगों की मारपीट हो गई, और जमकर गाली गलौच भी हुआ, प्रॉपर्टी आईडी बनवाने के लिए पहुंचे लोगों ने बताया कि नगर परिषद के कर्मचारी आईडी के नाम पर भृष्टाचार कर रहे हैं, बता दें मामले में कर्मचारियों ने ऐलान किया है अगर कार्रवाई नहीं की गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे।
आखिर क्यों हुआ हंगामा?
नगरपरिषद कार्यालय में सोमवार दोपहर को प्रोपर्टी आइडी को लेकर हंगामा हो गया, बता दें लोगों में गुस्सा इतना बढ़ गया कि नगरपरिषद कार्यालय में घुसकर मारपीट करने लगे,और कार्यालय में बैठे पालिका अभियंता के साथ भी मारपीट कर दी, वहीं उसके पास बैठे जेई कौशल, जेई चतुर्थ कर्मचारी अमित कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर हिमांशु के साथ मारपीट की।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाना में बुलाया गया, लेकिन समझौता नहीं हुआ, इस घटना के बाद नगर परिषद कर्मचारियों ने कार्यालय के बाहर तालाबंदी कर हड़ताल शुरू कर दी है।
वहीं सफाई कर्मचारियों ने कहा कि जब तक आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होगा वे सफाई नहीं करेंगे, जिससे जिला प्रशासन भी सख्ते में आ गया, जानकारी के मुताबित आपको बता दें, पिछले कुछ दिनों से जिला नगर आयुक्त ने प्रोपर्टी आइडी को लेकर नियम बना लिया है, और उन्हीं नियमों के तहत काम किया जा रहा है, जिनकी प्रोपर्टी में किसी कागजात की दिक्कत होती है उसकी फाइल पास नहीं की जाती है।
अधिकारियों के साथ हुई मारपीट
इसी को लेकर लोगों में रोष है, बताया जा रहा है कि प्रोपर्टी आइडी को लेकर सोमवार दोपहर को कई लोग नगरपरिषद कार्यालय में पहुंचे थे, सभी लोग नगरपालिका अभियंता सुमित चौपड़ा के पास चले गए, वहां पर आइडी को लेकर हंगामा हो गया, हंगामा इतना अधिक बढ़ गया कि बाहर से आए लोगों ने सुमित चौपड़ा पर हमला कर दिया।
रिश्वत का लगाया आरोप
वहीं छुड़वाने के लिए दूसरे कर्मचारी आए वे भी घायल हो गए, आरोप है कि उक्त लोगों ने जमकर मारपीट की, मामला बढ़ता देख नगर परिषद कर्मचारी आ गए, जिसके बाद लोग नप कार्यालय से बाहर आए और अधिकारियों पर प्रोपर्टी आइडी मांगने को लेकर रिश्वत का आरोप लगा दिया।
घटना के बाद सुमित चौपडा, कौशल, हिमांशु और अमित कुमार को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के पहुंचने से पहले ही नगर परिषद के अधिकारी थाने पहुंच गए।
बता दें थाना में दोनों पक्षों के बीच कुछ समय के लिए बैठक हुई, लेकिन यहां पर मामला बढ़ता गया, जिसके बाद नप अधिकारी और कर्मचारी नप कार्यालय में आ गए और कर्मचारियों ने कार्रवाई करने की मांग की है, साथ ही उन्होंने कहा अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो उन्हों ने हड़ताल की धमकी दी है।