FCI Haryana: करोंड़ों रुपए का गेहूं सड़ा, विभाग जिम्मेदार या सरकार… देखिए खबर का असर !

करनाल/

FCI Haryana: इंडिया न्यूज़ हरियाणा पर अनाज बर्बादी के मुद्दे पर हुई बड़ी बहस के बाद सरकारी महकमों में हडकम्प मच गया, चैनल पर खबर दिखाए जाने के बाद भारतीय खाद्य निगम और जिला खाध्य आपूर्ति विभाग की टीम गांव जुंडला स्थित गेंहू भंडार  पहुंची,  इस गोदाम में करोडों रुपयों का अनाज विभाग के लापरवाही के कारण सड़ कर खराब हो चुका है, हालांकि गोदाम की जांच को लेकर सिर्फ खाद्य आपूर्ति विभाग में ही हलचल दिखाई दी जबकि, एफसीआई के अधिकारी बिना किसी छानबीन के बैरंग लौट गये, खराब गेंहू की जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए सरकारी विभाग इस सड़े हुए गेंहू को किसी तरह निपटाने की प्लानिंग में जुटे है।

किसान मेहनत के साथ अन्न का उत्पादन करता है, वहीं सरकार अनाज को खरीदने और उसके भंडारण पर हर साल अरबों रूपये खर्च करती है,  इन सब के बावजूद अनाज को सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदार विभाग और अधिकारी करोडों रुपयों का अनाज बर्बाद कर देते हैं,  जुंडला स्थित भंडार में रखे गए करीब तीन लाख कट्टे पानी में भीगने और रखरखाव के अभाव में काफी हद तक सड़ चुके हैं, गोदाम में रखे लाखों कट्टे गेंहू एफसीआई के हैं और खाध्य आपूर्ति विभाग पर इनके रखरखाव का जिम्मा है।

अनाज सड़ने के बाद सुर्खियों में आये इस भंडार की जांच करने के लिए जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी विभागीय निरीक्षकों की टीम के साथ पहुंचे, वहीं गेंहू की क्वालिटी जांचने के लिए भारतीय खाद्य निगम का दल भी भंडार पर पंहुचा,  करीब दो घंटे तक आपसी विचार विमर्श और आला अधिकारियों का इन्तजार करने के बाद एफसीआई की टीम बिना किसी जांच किये बैरंग लौट गई।

बताया गया कि एफसीआई के जीएम ओमप्रकाश को गोदाम पर आना था लेकिन वे किसी कारण से नहीं आये, ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि बिना क्वालिटी जांच के कैसे मालूम होगा कि गेंहू इंसानों के खाने लायक बचा है या नहीं, आपूर्ति विभाग ने भंडार की 9 प्लेटियों पर लगाये गए गेंहू को कट्टों को सम्भालने और साफ करने की जिम्मेदारी विभाग के 9 निरीक्षकों को सौपी है।

विभागीय जांच में गेंहू सड़ने के पीछे दो बड़े कारण सामने आये हैं,  जिनमें पहला कारण स्टॉक की जिम्मेदारी सम्भाल रहे फ़ूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर नवीन कुमार ने अनाज के रखरखाव में कोताही बरती है,  बरसात के सीजन में गेंहू के चट्टों को ढकने और ख़राब हुए कट्टों को समय पर नहींं बदला गया, जिस वजह से गेंहू ख़राब हुआ है।

वहीं गोदाम में गेंहू रखने के लिए बनाया गया प्लेटफॉर्म खस्ताहाल हो चुके हैं, जो कि गेंहू सड़ने की दूसरी वजह बनी है,  विभाग से जिस गोदाम को किराए पर लिया गया है, वह पूरी तरह से टूट फुट चूका है, पानी निकासी के प्रबंध नहीं होने की वजह से फड और रास्ते बदहाल हो चुके हैं, जांच के दौरान इस गोदाम के मालिक अजय भाटिया को भी बुलाया गया, लेकिन उन्होंने गेंहू ख़राब होना का ठीकरा विभाग पर ही फोड़ दिया, भाटिया ने कहा कि विभाग की तिरपाल काफी पुरानी है जो बरसात के पानी को नहीं रोक पाई जिससे गेंहू के कट्टे भीगने से अनाज सड़ गया।

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