इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Filmmaker Ali Akbar मलयाली फिल्मों के निर्देशक अली अकबर ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने मुस्लिम धर्म छोड़ने की घोषणा की और कहा कि वह जल्द ही अपनी पत्नी के साथ हिंदू धर्म को अपना लेंगे। अली ने फेसबुक पर लाइव आकर कहा कि वे इस्लाम धर्म को छोड़ रहे हैं। सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 जवानों की वीरगति ने पूरे देश को गम में डाल दिया है। देश के इन वीरों के बारे में कुछ कट्टर इस्लामी लोग देश के असली हीरो को निशाना बना रहे हैं, जिससे अली अकबर काफी निराश हो गए हैं इसीलिए मुस्लिम धर्म छोड़ने का एलान किया है।
अली अकबर ने बिपिन रावत की वीरगति का लाइव वीडियो बनाया था, जिस पर कुछ कट्टरपंथियों ने सीडीएस रावत का मजाक उड़ाने की कोशिश की थी। लोगों के इसी रवैये से अली अकबर की भावनाएं आहत हुई और उन्होंने फेसबुक लाइव में आकर इस बारे में बात की। शहीद बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए अली अकबर ने कहा, कि ह्यइस बात को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है और इसलिए मैं अपना धर्म छोड़ रहा हूं। मेरे और मेरे परिवार का कोई धर्म नहीं है। अली ने आगे कहा, कि ह्यइस्लाम के सबसे ऊंचे धर्मगुरुओं और नेताओं ने भी देशद्रोहियों के इस तरह के कार्यों का विरोध नहीं किया है, जिन्होंने एक बहादुर सैन्य अधिकारी का अपमान किया है और वह इसी चीज को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। उनका अब धर्म से विश्वास उठ गया है।’ आज मैं जन्म से मिले एक कपड़े को फेंक रहा हूं। आज से मैं मुसलमान नहीं हूं। मैं सिर्फ भारत का नागरिक हूं। मेरा ये फैसला उन लोगों को जवाब है, जिन्होंने भारत के खिलाफ इमोजी पोस्ट किए थे।’
अली अकबर ने अपने इस फेसबुक लाइफ में मुस्लिम यूजर्स को जमकर फटकार भी लगाई, जो बिपिन रावत के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। वहीं, अब कुछ लोग अली अकबर की जमकर तारीफ कर रहे हैं। बिपिन रावत की मौत के बाद अली अकबर अपने फेसबुक अकाउंट से लाइव आए थे, लेकिन फेसबुक की तरफ से उनके अकाउंट को सस्पेंड कर दिया और फेसबुक की तरफ से उनके पोस्ट को नस्लीय बताया गया। लेकिन तब तक अली का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसी वजह से अली अकबर ने अपना नया अकाउंट बनाया और सीडीएस की मौत पर मुस्कुराने वालों को दंडित करने की बात कही है।