India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Goverment: हरियाणा में सरकार बनाते ही CM सैनी एक्शन मोड में आ गए हैं। ऐसे में सैनी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, उन्होंने हरियाणा में पराली जलाने वाले किसानों पर (FIR) कराए जाने का आदेश जारी किया है। बड़े प्रदुषण को ध्यान में रखते हुए सैनी सरकार ने यह आदेश जारी किए हैं। अब ऐसे में कांग्रेस के नेताओं ने किसानों के कंधे पर बंदूक रख कर दुबारा बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है ।
ऐसे में इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कड़ा रुख इख्तियार किया है। इस दौरान सैलजा ने कहा कि बीजेपी सरकार का नया आदेश हरियाणा के किसानों पर एक और हमला है। पराली जलाने पर FIR के साथ रेड एंट्री कर किसानों को अगले दो सीजन तक ASP पर फसल बेचने से रोकना ना केवल तानाशाही है बल्कि छोटे किसानों की रोजी रोटी पर सीधा प्रहार है। अब उनके इस बयान के बाद हरियाणा में फिर से सियासत गरमा गई है।
दरअसल, कुमारी सैलजा ने दुबारा से किसानों को मोहरा बनाकर सत्तारूढ़ सरकार पर हमला किया है। दरअसल, सैलजा ने सरकारी आदेश की कॉपी ‘एक्स’ पर शेयर करते हुए लिखा है, ”सरकार ने महंगी ‘हैप्पी सीडर’ मशीन खरीदने का सुझाव दिया है, पर क्या आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान इसे खरीद सकते हैं? किसानों को दंडित करने के बजाय सरकार को समाधान देना चाहिए।
भाजपा सरकार का नया आदेश हरियाणा के किसानों पर एक और हमला है। पराली जलाने पर FIR के साथ ‘रेड एंट्री’ कर किसानों को अगले दो सीजन तक MSP पर फसल बेचने से रोकना न केवल तानाशाही है, बल्कि छोटे किसानों की रोज़ी-रोटी पर सीधा प्रहार है।
सरकार ने महंगी ‘हैप्पी सीडर’ मशीन खरीदने का सुझाव… pic.twitter.com/mW1DloJtMP
— Kumari Selja (@Kumari_Selja) October 18, 2024
दरअसल कांग्रेस सांसद सैलजा ने कृषि और कृषक कल्याण विभाग के आदेश की कॉपी सोशल मीडिया पर शेयर की है जिसमें लिखा गया है कि राज्य सरकार द्वारा धान की पराली जलाने पर नियंत्रण लाने के लिए आरोपी किसानों पर एफआईआर कराने और फार्म रिकॉर्ड्स में रेड मार्क की एंट्री का फैसला किया गया है। दरअसल इस आदेश के मुताबिक बताया गया है कि जो किसान धान की पराली जला रहे हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। इस अधिनियम के तहत केस चलाया जाना चाहिए। वहीं, रेड मार्क एंट्री को लेकर कहा गया है कि धान की पराली जलाने वाले किसानों के एमएफएमबी रिकॉर्ड में रेड एंट्री होनी चाहिए।