पलवल जिले के गाँव औरंगाबाद में एक ही परिवार के 5 लोगों के शव घर में पड़े हुए मिले। मृतकों में घर का मुखिया 32 वर्षीय नरेश, उसकी 30 वर्षीय पत्नी आरती, भतीजी 12 वर्षीय रविता, उसका 11 वर्षीय पुत्र संजय और पुत्री 10 वर्षीय वर्षा शामिल है। मृतक के चचेरे भाई भगत चौहान ने बताया कि उसको पड़ोसियों ने घटना की सूचना दी। उन्होंने बताया की वह बड़े हैरान हैं कि उन्होंने किस वजह से यह कदम उठाया है। नरेश की किसी से रंजिस भी नहीं थी, वह कल ही ससुराल झाँसी से घर आया था। वहीँ गाँव के सरपंच हरदीप चौहान ने कहा कि उनके गाँव में यह बड़ा हादसा हुआ है। उन्होंने बताया कि इसमें पति-पत्नी का ही आपस में झगड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि परिवार में दूसरे किसी के साथ कोई झगड़ा नहीं था। लेकिन पहले नरेश ने पत्नी और बच्चों को मारा और बाद में उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस इसकी जाँच कर रही है।
उन्होंने बताया की मृतक नरेश कुमार के पिता लखीराम ने घर का दरवाजा खटखटाया। अंदर से आवाज नहीं आई। तो पड़ोस में रहने वाले एक लडके को घर भेजा गया। घर में अंदर गए लडक़े ने उन्हें जानकारी दी कि घर के अंदर सभी मृत अवस्था मे खाट पर लेटे हुए है और नरेश कुमार पंखे के हुक से फाँसी पर लटका हुआ। जब लखीराम ने अंदर जाकर देखा तो नरेश कुमार फांसी पर टंगा हुआ था और उसकी पत्नी आरती व बच्चों के शव खाट पर थे। मृतक नरेश कुमार झांसी में होटल चला कर अपना परिवार चलाता है। एक दिन पहले ही नरेश कुमार झांसी से अपने घर आया था।
पुलिस के मुताबिक अभी तक यही सामने आ रहा है कि पारिवारिक कलह के चलते बच्चों और पत्नी और बच्चों को जहर देकर या गला घोंटकर मारा गया है। हालांकि अभी इस घटना की सच्चाई पूरी तरह से नहीं बताया जा सकता। पुलिस को नरेश का शव फंदे से लटका हुआ मिला है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस ने पिता की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर जाँच शुरु कर दी है। सभी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भिजवा दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी।