India News Haryana (इंडिया न्यूज), Yamuna River : मिर्जापुर गांव के सामने करीब 3 वर्षो से यमुना नदी के अंदर पत्थरों की ठोकर ना लगने से ग्रामीणों को बाढ़ का खतरा सता रहा है। जिसके लिए ग्रामीण सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तक गुहार लगा चुके है,लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि सीएम के आश्वासन के बाद भी कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है, जिस कारण उन्हें बाढ़ का खतरा सरेआम नजर आ रहा है।
Yamuna River : यमुना बांध टूटा तो डूब सकते है पांच गांव
ग्रामीणों ने बताया कि अगर मिर्जापुर गांव के सामने यमुना नदी के अंदर ठोकर नहीं लगाई गई तो यमुना बांध टूटने से गोयला कला,गोयला खुर्द,गोयला खेडा और मिर्जापुर, भलौर आदि पांच गांव को बांध टूटने से डूब सकते है,लेकिन बार-बार गुहार लगाने के बाद भी किसी का इस और कोई ध्यान नहीं है।
यमुना नदी की टक्कर में है मिर्जापुर गांव
जब-जब यमुना नदी उफान पर होती है तो मिर्जापुर गांव के ग्रामीणों की धड़कन तेज हो जाती है, क्योंकि मिर्जापुर गांव के पास यमुना नदी में मोड़ होने के कारण उक्त गांव यमुना धार की सीधी टक्कर में बसा हुआ है,जिस कारण मिर्जापुर गांव के ग्रामीण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की सूचना मिलते ही बच्चों व बुजुर्गों और पशुओं को आस-पास के गांवों व रिश्तेदारों के घर भेज देते है।
ठोकर ना होने से करीब 200 एकड़ में चढ गया यमुना का रेत
यमुना बांध के अंदर ठोकर ना होने से यमुना का जलस्तर बढ़ने से यमुना का पानी उनकी गांव की करीब 200 एकड़ भूमि पर आ गया और पानी के साथ रेत भी आ गया। यमुना का जल स्तर कम होने से पानी तो चला गया,लेकिन करीब 2-2 फूट यमुना का रेत उनके खेतों में चढ गया, जिससे उन्हें खेती करने में भी भारी परेशानी का सामना करना पडता है, खेतों से रेत हटाते है तो अवैध खनन का उन पर लगाया जाता है आरोप
ग्रामीण सुनील शर्मा अधिवक्ता, दिनेश भारद्वाज, समरसिहं पंच, मोनू पंच, संदीप पंच आदि का कहना है कि ठोकर ना लगाए जाने से उनके खेतों में रेत जमा हो जाता है,अगर वो खेतों से रेत हो हटाते है तो उन पर अवैध खनन के आरोप लगते है और रेत को नही हटाते है तो उनके खेतों में फसल नहीं होती है,जो कि ग्रामीणों के लिए गंभीर समस्या है।
प्रस्ताव पास कर उच्चाधिकारियों को भेजा : सरपंच
गोयला कलां गांव के सरपंच अनील गोस्वामी ने बताया कि मिर्जापुर गांव गोयला कलां ग्राम पंचायत के अंदर आता है और मिर्जापुर गांव के सामने यमुना नदी के अंदर पत्थरों की ठोकर लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को ग्राम पंचायत का प्रस्ताव पास कर भेजा गया है,लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
इस विषय में सिंचाई विभाग के एक्शन सुरेश सैनी का कहना है कि नई ठोकरें लगाने के लिए पत्थर आना शुरू हो गया है। अगर कोई परेशानी नहीं हुई तो 30 जून तक सभी ठोकरें लगाने को कार्य पूरा कर लिया जाएगा।