India News (इंडिया न्यूज़), Hooda Press Conference, चंडीगढ़ : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी नहीं हैं। किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा जिस कारण वे मुआवजे के लिए धरना दे रहे हैं। सरकारी स्कूलों के बारे में हुड्डा ने कहा कि यहां भी भारी सुविधाओं की कमी है। उधर, आशा वर्कर्स भी अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना दे रही हैं।
पूर्व सीएम हुड्डा ने पुन: कहा कि सरकार ने अभी तक 550 पोर्टल बनाए हैं। यह सरकार सिर्फ पोर्टल बना रही है। आज प्रदेश में युवा बेरोजगार हैं। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। अपराध में भी हरियाणा छठे पायदान पर आ पहुंचा है। नूंह हिंसा से पूरे प्रदेश को नुकसान हुआ और इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। सरकार अपनी नाकामी को छुपा रही है। आरोप किसी पर भी लगाया जा सकता है।
नूंह हिंसा में दाल में काला है सरकार कुछ छुपा रही है। जांच से दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि किसानों के मुआवजे 3 सालों से अटके हुए हैं। पीएम फसल बीमा योजना में कई दिक्कतें हैं। किसानों को ठीक से कंपनसेशन नहीं मिल रहा।
500 स्कूलों में लड़कियों के लिए टॉयलेट नहीं हैं। 200 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं। क्लासरूम की जहां लगातार कमी बनी हुई है वहीं पीने का पानी भी नहीं है। इस समय प्रदेश को 1784 करोड़ के बजट की जरूरत है।
अस्पताल में डॉक्टर नहीं है, स्कूलों में मास्टर नहीं हैं, वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पीपीपी को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पीपीपी का डाटा ऑथेंटिक नहीं है। हमारी सरकार आते ही चाहे पीपीपी है या प्रॉपर्टी आईडी बंद करेंगे। NCB के आंकड़ों में भी साफ आया है कि हरियाणा सबसे असुरक्षित प्रदेश है।
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