India News Haryana (इंडिया न्यूज), Mahipal Dhanda : माता चन्द्रकांता सेवा स्मृति न्यास के मार्गदर्शन और सेवा भारती पानीपत के सहयोग से संचालित संत ईश्वर ज्ञानदीप सेवा धाम ने आज अपने 22वें वार्षिकोत्सव का आयोजन भव्यता और उत्साह के साथ किया। यह आयोजन माता चंद्रकांता परिसर, जाटल रोड, पानीपत में सम्पन्न हुआ, जिसमें देशभर से प्रतिष्ठित अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण के साथ हुआ। माता चंद्रकांता स्मृति सेवा न्यास के अध्यक्ष कपिल खन्ना , (अध्यक्ष, संत ईश्वर फाउंडेशन। व विहिप, दिल्ली प्रान्त), ने अपने उद्घाटन संबोधन में विद्यालय की 22 वर्षों की यात्रा को श्रद्धांजलि दी और उन बच्चों की बदलती जिंदगी पर प्रकाश डाला जो पहले वंचित और मुख्यधारा से विमुख थे। उन्होंने बताया माता जी चाहती थी कि किसी को कुछ देना है तो उन्हें शिक्षा दे, ताकि शिक्षित होकर देश और समाज की सेवा कर सके।
मुख्य अतिथि महिपाल ढांडा, शिक्षा मंत्री, हरियाणा ने विद्यालय की सराहना करते हुए कहा, कि संत ईश्वर फाउंडेशन ने 22 वर्षों से इस स्थान को ही शुद्ध नहीं किया बल्कि यहां के लोगों और बच्चों के मन में को भी शुद्ध करने का काम किया। शुद्ध विचारों को लेकर यह बच्चे अच्छे मुकाम पर कार्य करने की और अग्रसर होंगे यही हमारी कामना है। माता चंद्रकांता स्मृति सेवा न्यास और सेवा भारती की भी उन्होंने प्रशंसा की।
विशिष्ट अतिथि सिंहराज अधाना, पैरालंपिक शूटिंग कांस्य पदक विजेता ने इस अवसर पर कहा, “कर्म करने से सपने साकार होते हैं। आप उन्होंने अपनी प्रेरणादायक कहानी सबके साथ साझा की और बताया कि ईश्वर के आशीर्वाद और साथ से उन्होंने भारत के लिए मैडल जीते। उन्होंने कहाँ की इन बच्चों के जीवन में कपिल जी और ज्ञानदीप सेवधाम वही ईश्वर का रूप है, जो उन्हें ऊंचाइयों की हर सीढ़ी पार करवायेंगे।”
कार्यक्रम में बच्चों द्वारा प्रस्तुत आध्यात्मिक और देशभक्ति से प्रेरित रंगारंग प्रस्तुतियों ने सभी को भावविभोर कर दिया। इन अद्भुत प्रस्तुतियों ने न केवल सांस्कृतिक धरोहर को उजागर किया, बल्कि बच्चों के देशप्रेम को भी प्रकट किया। इसके अलावा, छात्रों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ने भी विशेष आकर्षण बटोरा। प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा बनाए गए पुनर्नवीनीकरण सामग्री से तैयार कलाकृतियाँ और हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए, जिनकी सभी ने भूरी-भूरी प्रशंसा की।
ज्ञानदीप सेवाधाम वंचित परिवारों और घुमंतू जनजातियों के बच्चों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य कर रहा है। ये बच्चे जो कभी कूड़ा बीनने का कार्य करते थे, आज शिक्षा और कला के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। विद्यालय निःशुल्क शिक्षा, किताबें, यूनिफॉर्म और परिवहन की सुविधाएँ उपलब्ध कराकर उनकी समग्र शिक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
स्वामी दयानन्द सरस्वती ने भी प्रकल्प को भरपूर आशीर्वाद दिया और कहा की “यह विद्यालय कपिल खन्ना का एक प्रशंसनीय प्रयास है, ज्ञानदीप सेवा धाम जिस के माध्यम से इन बच्चों को पढ़ने का न सिर्फ अवसर मिला है बल्कि यहाँ उन्हें मानव मात्र की निस्वार्थ सेवा का भाव और अपने संस्कारों को सहेज कर उनका पालन करना भी सिखाया जा रहा है, जो की आज के युग में लुप्त होता जा रहा है।
उन्होंने कहा की ज्ञानदीप सेवाधाम शिक्षा की तपस्थली है, जहाँ कपिल खन्ना के कृतत्व से जो शिक्षा की ज्योति इन नन्हें मुन्नो के जीवन में प्रदीप्त हुयी है, उसका अलौकिक प्रकाश पूरी दुनिया को एक दिन रोशन करेगा। 22 साल की सेवा यात्रा का यह उत्सव शिक्षा और संस्कार के महत्व को दर्शाता है। कार्यक्रम की संभावनाओं की झलक प्रस्तुत करता है, जो समाज के प्रति सेवा और समर्पण का प्रतीक है।