भिवानी/रवि जांगड़ा
पुलिस को बड़ी सफलतला हाथ लगी है, सीआईए-2 पुलिस ने गौवंश के हत्यारों को गिरफ़्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है, पुलिस ने 3 हत्यारों को दिल्ली से गिरफ़्तार किया है जो यूपी के रहने वाले हैं, ये हत्यारे गाय की खाल और माँस बेचने का गोरखधंधा बीते कई सालों से कर रहे थे।
बता दें कि 5 मार्च को गौ-सेवक संजय परमार को लोहारू रोड़ स्थित गंदे नाले में गोवंश के अवशेष होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद देर रात पुलिस को मौक़े पर बुलाया गया लगातार 4 दिन गंदे नाले में सर्च अभियान चलाकर नाले से गाय के 20 सिर, 56 पैरों के खुर 10 खाल बरामद हुयीं थीं।
मामले को अनाज मंडी चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार देख रहे थे मामले की गंभीरता को देखते हुये एसपी अजीत सिंह शेखावत ने सीआईए-2 को जांच सौंपी, अनाज मंडी चौकी और सीआईए-2 ने गौवंश हत्या के आरोप में दिल्ली से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें यूपी का बरेली निवासी इरफ़ान, संभल निवासी नदीम और मोहशीन शामिल हैं, अभी इनके अन्य साथियों की गिरफ़्तारी के लिए सीआईए पुलिस जुटी हुई है।
सीआईए-2 इंचार्ज इंस्पेक्टर भगवान यादव ने बताया कि ये लोग दादरी रोड़ स्थित कूड़े के मैदान में घूमने वाली गायों को काटते हैं, साथ ही उनके सिर, पैरों के खुर और बिना बिक्री में आने वाली खाल को पास के लोहारू रोड़ स्थित गंदे नाले में डाल देते हैं, ताकि गंदगी, बदबू के चलते पता न किया जा सके, उन्होंने बताया कि गायों की खाल और मांस को ये लोग पैक कर लग्ज़री गाड़ियों में दिल्ली लेजाकर बेचते थे, निश्चित तौर पर पुलिस की ये बड़ी कामयाबी ही नहीं है बल्कि इन बेरहम हत्यारों की गिरफ़्तारी के बाद शहर में गोवंश की निर्मम हत्या पर रोक भी है, अब देखना होगा कि बाकी हत्यारे क़ाबू आते हैं और जेल जाते हैं।