डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज़), Women Crime in Haryana, चंडीगढ़ : हरियाणा में बढ़ता क्राइम हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। खासकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। हालांकि पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े विराट दावे करती है, लेकिन हालात वैसे नहीं हैं। कई मामलों में तो खुद पुलिस ही महिलाओं के खिलाफ अपराध में लिप्त होती है। हरियाणा विधानसभा में भी मामला लगातार चर्चा में रहता है। हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ अपराध की हर महीने 1000 घटनाएं घटित हो रही हैं।
इनमें छोटे-मोटे अपराध के अलावा जघन्य अपराध की वारदात भी व्यापक पैमाने पर शामिल हैं। महिलाओं के साथ मारपीट, छेड़खानी और प्रताड़ना तो बेहद आम सी बात हो गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस साल महिलाओं के साथ 900 से ज्यादा रेप की घटनाएं रिपोर्ट हो चुकी हैं जो साफ दर्शाता है कि हालात गंभीर हैं। ये बताना भी अहम है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में एनसीआर में आने वाले हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले सबसे ऊपर हैं।
जानकारी में ये भी सामने आया है कि गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार व अपराध के सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट हुए हैं। हरियाणा का गुरुग्राम इस मामले में सबसे ऊपर है, जहां इस साल नवंबर तक 11 महीने की अवधि में 925 मामले रिपोर्ट हुए हैं। ये कुल मामलों का करीब साढ़े 8 फीसदी है और साफ पता चलता है कि महिलाएं यहां कितनी सुरक्षित हैं।
वहीं साथ लगते फरीदाबाद में भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति है। जिले में उपरोक्त अवधि में 821 मामले रिपोर्ट हुए हैं। इस लिहाज से दोनों जिलों में संयुक्त रूप से 1746 मामले रिपोर्ट हुए हैं। ये हरियाणा में रिपोर्ट हुए कुल मामलों का 16 फीसदी है। दोनों जिलों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों से साफ है कि यहां पुलिस को अतिरिक्त इंतजाम करने की जरूरत है।
प्रदेश के कई और जिले ऐसे हैं, यहां महिलाओं के साथ किसी भी तरह के अपराध की घटनाएं निरंतर रिपोर्ट हो रही हैं। करनाल में 11 महीने की अवधि में कुल 723 वारदातें रिपोर्ट हुई हैं। वहीं इसके बाद हिसार में 645 मामले महिलाओं के खिलाफ अपराध के सामने आए हैं।
वहीं ये भी बता दें कि हिसार एससी वर्ग के लोगों के खिलाफ अपराध के मामलों में प्रदेश के अन्य जिलों से कहीं आगे है और ये बेहद चिंताजनक है। इसके अलावा दिल्ली से सटे सोनीपत में भी निरंतर केस रिपोर्ट हो रहे हैं, यहां इस साल अब तक 661 और फिर साथ लगते जिले पानीपत में 624 मामले रिपोर्ट हुए हैं। वहीं ये भी बता दें कि जिन जिलों का बाहरी राज्यों से बॉर्डर लगता है, वहां अपराध की ज्यादा वारदात सामान्य की तुलना में रिपोर्ट हो रही हैं।
प्रदेश के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में पहले की तुलना में निरंतर कमी आई है और विभाग लगातार सकारात्मक कदम उठा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा पुलिस विभाग की प्राथमिकता है और इस दिशा में हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
आपातकालीन डायल 112 सेवा के रिस्पांस समय में भी कमी आई है, किसी भी महिला से अप्रिय घटना की स्थित में कॉल करने या कोई सूचना मिलने पर पुलिस सहायता बेहद कम समय में पहुंचाई जा रही है। महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तमाम कदम उठाए गए हैं। उनको वर्क प्लेस से घर तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए भी कदम उठाए गए हैं और तकनीक के माध्यम से इसको सुनिश्चित किया जा रहा है।