गुरुग्राम
मॉनसून की पहली बारिश ने जहां आम आदमी को झुलसाती गर्मी से राहत दी, तो वहीं मानसून की पहली बारिश ने जगह-जगह जल भराव जैसी स्थिति पैदा कर दी है, जिससे जिला प्रशासन के उन तमाम दावों की पोल भी खोल दी, जिसमें कहा गया था कि इस बार की बारिश में वाटर लॉगिंग जैसी स्थिति पैदा ही नही होगी।
यानी वही ढाक के तीन पात वाली कहावत जिला प्रशासन के दावों पर बिल्कुल सटीक बैठती दिख रही है जिसमे दावे और दावो की पोल खोलती यह तस्वीरें अधिकारियों को आइना दिखा रही है।
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