गुरुग्राम/देवेंद्र
कोरोना के चलते गर्मियों में स्विमिंग पूल पर इस बार भी कम रौनक रहने वाली है. स्विंमिंग पूल को लाईसेंस लेना होगा, और कोरोना की गाइडलइन को पालन करना होगा, गुरुग्राम में होटल और रिजॉर्ट के साथ स्कूलों में भी स्विंमिंग पूल हैं. जिसमें प्रैक्टिस करने वाले खिलाडियों की संख्या कम करनी होगी। गुरुग्राम में तकरीबन 200 स्विंमिंग पूल हैं, इन सभी को 100 रुपये के स्टांप पेपर भी बनवाने होंगे.
गर्मियों के आते ही स्विमिंग पूल पर लोगों की संख्या लगातार बढ़ने लगती है, लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते स्विमिंग पूल पर रौनक नहीं रहेगी. गुरुग्राम शहर में सभी स्विमिंग पूल संचालकों को एक लाइसेंस लेना होगा।
अब कोविड-19 के नियमों का पालन सही तरीके से हो सके, इसके लिए भी सभी स्विंमिंग पूल संचालको को 100 रुपए के स्टांप पेपर भी अप्लाई करने होंगे।
संचालकों को उसी आधार पर जिन नियमों का पालन करना है, उन्ही आदेशों के साथ लाइसेंस उपलब्ध कराया जाएगा. जिसके साथ खेल विभाग के अधिकारी खुद मौके पर जाकर स्विमिंग पूल का जायजा ले रहे हैं, और जिन नियमों का पालन होना है, बता दें लाइसेंस पर लिखित जानकारी दी जा रही है।
जिला उपायुक्त और खेल अधिकारी के बीच इस बात को लेकर बैठक हो चुकी है, कि किस तरह से अब स्विमिंग पूल का संचालन होगा, दरअसल सबसे बड़ी बात यह है, कि जिस तरह से करोना का कहर बढ़ रहा है, उसके मद्देनजर स्विमिंग पूल पर खिलाड़ियों की संख्या कम कर दी गई है।
साथ ही गर्मियों में जिस संख्या में स्विमिंग पूल खोले जाते थे. वह भी अब बंद पड़े हैं, खेल विभाग की मानें तो स्विमिंग पूल एक बड़ा खतरा है, जो कहीं ना कहीं कोरोनावायरस संक्रमण फैलने का खतरा उत्पन्न कर रहा था।
उसी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया. कि सभी स्विमिंग पूल संचालकों को लाइसेंस लेना होगा. जिसमें उन्हें कोरोनावायरस नियमों का पालन करना होगा।