India News Haryana (इंडिया न्यूज), Jagadguru Swami Brahmanand : गुरु ब्रह्मानंद महाराज ने अपने जीवनकाल में नारी शिक्षा पर बल दिया। इसके साथ ही उस समय में उन्होंने पर्यावरण की चिंता करने के साथ यज्ञ को भी बढ़ावा देने का कार्य किया। उक्त शब्द हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने कहे। बुधवार को पंचकूला स्थित रोड धर्मशाला में जगद्गुरू स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती महाराज का 116वां जन्मोत्सव पूरे हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया।
इस दौरान हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके अलावा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह, हरियाणा पशुधन बोर्ड के चेयरमैन धर्मबीर मिर्जापुर और पूंडरी के विधायक सतपाल झांबा वशिष्ठ अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
कार्यक्रम में जगद्गुरू स्वामी ब्रह्मानंद महाराज की शिष्ट साध्वी सरला देवी विशेष तौर पर उपस्थित रही। कार्यक्रम की शुरूआत हवन यज्ञ के साथ की गई। कार्यक्रम में जगद्गुरु स्वामी ब्रह्मानंद सेवा समिति के अध्यक्ष जगदीश गुरनाम सिंह, उप प्रधान गुरनाम सिंह समेत, धर्मवीर चौधरी, कृपाल सिंह भी मौजूद थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे ।हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि हमें महापुरुषों के दिखाए मार्ग पर चलने के साथ उनके विचारों के साथ जोड़ने का काम करना चाहिए।
साथ साथ ही गुरु ने समाज में फैली कुरीतियों के प्रति आवाज उठाने का भी कार्य किया। आज इन सभी चीजों को अपनाने की जरूरत है। महापुरुषों के विचारों को अपनाकर हम जीवन में अच्छी राह पर चलते हुए अच्छे इंसान बनने के साथ ही एक अच्छे नागरिक होने का दायित्व भी निभा सकते हैं। महापुरुषों के दिखाए मार्ग पर चलकर ही आने वाले समय में हम विकसित भारत के निर्माण में अपने योगदान को सुनिश्चित कर सके।
विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि गुरु ब्रह्मानंद महाराज ने अपने जीवन काल में समाज को एक रास्ता दिखाने का कार्य किया। उन्होंने अपने जीवनकाल में उन विषयों पर चर्चा की, जो आज वास्तव में ज्वलंत मुद्दे बने हुए हैं। गुरु जी ने उस समय में नारी शिक्षा, नारी सशक्तिकरण समेत नशे और कुरीतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गुरु जी ने नशे और कुरीतियों से दूर रहकर खुद को एक अच्छा इंसान और जिम्मेदार व्यक्ति बनाते हुए जीवन में आगे बढ़ने और पर्यावरण की चिंता की थी।
आज पर्यावरण पूरी दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। कल्याण ने कहा कि समय-समय समाज की अलग-अलग मांगे आती है। अलग-अलग समय पर अलग-अलग जरूरतें सामने आती है। हमें आज खुद के अच्छे भविष्य के अलावा बच्चों की अच्छी शिक्षा और संस्कार पर फोकस करना है, जिससे बच्चे समाज को आगे बढ़ाने के लिए एक जिम्मेदार नागरिक बन सके।