India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana AQI : हरियाणा में प्रदूषण लगातार बढ़ता ही जा रहा है जोकि लोगों विशेषकर दमे के मरीजों के लिए तो और भी घातक बनता जा रहा है। पराली जलाने के कारण प्रदूषण में लगातार बढ़ौत्तरी होती जा रही है जिस कारण स्वास्थ्य विभाग भी अब चिंतित हो उठा है।
जा हां, प्रदेश में इस समय अलसुबह की बात करें तो स्मॉग की चादर बिछी साफ नजर आती है। जहरीली हवा पर्यावरण प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बनता जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो इस समय हरियाणा के 8 जिलों में प्रदूषण खराब हो चुका है जोकि काफी चिंता का विषय है। इन जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 200 से ऊपर ज्यादा हो चुका है।
आपको बता दें कि बढ़ते स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने और आंखों में जलन होनी शुरू हो गई है। निजी अस्पताल हों या फिर सरकारी, सभी अस्पतालों की लगातार बढ़ती संख्या देखी जा रही है। प्रदेश में सोनीपत का AQI सबसे अधिक 249 दर्ज किया गया है।
प्रदेश के जिला भिवानी में 233, चरखी दादरी में 211, गुरुग्राम में 219, हिसार में 216, कुरुक्षेत्र में 226, पानीपत में 227, रोहतक में 225, सोनीपत में 249 और यमुनानगर में 200 एक्यूआई दर्ज किया गया है। यहां लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के कारण चिंता भी बढ़ना लाजिमी है।
प्रदेश में कई जगहों पर पर पराली जलाई जा रही है जिसके कारण पर्यावरण में दूषित हवा घुल रही है। इस कारण शुद्ध हवा से हम वंचित होकर लगातार बीमारियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। राज्य में अभी तक की बात की जाए तो पराली जलाने का आंकड़ा 600 के पार पहुंच गया है।
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