India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Election: हरियाणा में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। नेताओं को अब ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है और लोग उनसे उनके कार्यकाल के दौरान किए गए वादों और समस्याओं के समाधान को लेकर सवाल पूछ रहे हैं।
हरियाणा के उचाना क्षेत्र में पूर्व डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी (JJP) के उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला का विरोध हुआ। शनिवार शाम को जब उनका काफिला छातर गांव पहुंचा, तो वहां के युवाओं ने नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। युवाओं ने आरोप लगाया कि दुष्यंत चौटाला ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट मांगा था और जीतने के बाद भाजपा के साथ चले गए। इस वजह से गांव में उनकी छवि पर बुरा असर पड़ा और लोग अब उनका सामाजिक बहिष्कार कर रहे हैं।
जिंदगी के नरवाना विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पूर्व मंत्री और प्रत्याशी कृष्ण बेदी को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। वे भिखेवाला गांव में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीणों ने उन पर गंभीर आरोप लगाए। ग्रामीणों ने कहा कि कृष्ण बेदी ने अपने मंत्री रहते हुए गांव की समस्याओं को नजरअंदाज किया और अब वे चुनावी वादे करने आए हैं। ग्रामीणों का कहना था कि भाजपा ने किसान आंदोलन के दौरान उनके साथ ठीक व्यवहार नहीं किया और अब वे भाजपा को वोट देने के मूड में नहीं हैं।
बरवाला से कांग्रेस के उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला को टिकट देने के खिलाफ किसानों ने 20 सितंबर को पंचायत बुलाई है। किसान नेता जोगेंद्र मय्यड़ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चेंज ऑफ लैंड यूज कांड के आरोपी को टिकट दिया है। किसान अब कांग्रेस के फैसले का विरोध कर रहे हैं और इसके लिए गांव-गांव जाकर लोगों को सूचित करेंगे।
पूर्व कांग्रेस सरकार में विभिन्न नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिनमें तत्कालीन मुख्य संसदीय सचिव विनोद भयाना और अन्य शामिल हैं। इन नेताओं पर वक्फ बोर्ड की जमीन रिलीज करवाने और अन्य मामलों में घूस मांगने के आरोप थे। इस मामले में इनेलो ने 2014 में लोकायुक्त से शिकायत की थी और 2015 में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत SIT गठित कर जांच शुरू की गई थी। हरियाणा में इन घटनाओं के कारण चुनावी माहौल में तनाव और गर्मी बनी हुई है। नेताओं को अब जनता के गुस्से और सवालों का सामना करना पड़ रहा है।