India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने चुनावी रणनीति में विविधता और सामाजिक संतुलन पर जोर दिया है। कांग्रेस ने इस बार जाट समुदाय को प्रमुख महत्व दिया है, जिसके तहत उसने सबसे ज्यादा 35 जाट उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसके अलावा, पार्टी ने अन्य समुदायों को भी अपनी योजनाओं में शामिल किया है ताकि चुनावी जमीन मजबूत हो सके।
कांग्रेस ने ओबीसी वर्ग के लिए भी खास ध्यान रखा है, जिसके तहत 20 ओबीसी उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। अनुसूचित जाति वर्ग के लिए पार्टी ने 17 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। मुसलमानों को भी नजरअंदाज नहीं किया गया है, और पांच मुसलमानों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। पंजाबी समुदाय के लिए कांग्रेस ने छह सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि ब्राह्मणों के लिए चार सीटों पर उम्मीदवारों को टिकट मिला है। इसके अतिरिक्त, दो सीटों पर बनिया और एक सीट पर राजपूत उम्मीदवार को भी पार्टी ने टिकट दिया है।
हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटों पर पांच अक्टूबर को मतदान होगा और आठ अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस ने 89 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है, जबकि एक सीट पर उसने CPI(M) को साझेदारी के लिए दी है। इस चुनाव में कांग्रेस ने सामाजिक इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए टिकटों का बंटवारा किया है ताकि विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में 10 प्रमुख पार्टियाँ मैदान में हैं, जिनमें बीजेपी, आम आदमी पार्टी, जेजेपी-एएसपी गठबंधन, INLD-BSP-HLP गठबंधन और अन्य छोटे दल शामिल हैं। मतदान की प्रक्रिया और चुनावी रणनीति पर नजर रखते हुए, कांग्रेस ने अपने दल के उम्मीदवारों को बेहतर स्थिति में लाने के लिए हर संभव प्रयास किया है।