India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Election: हरियाणा के चुनावी माहौल में जहां बहुत उम्मीदवारों को टिकट मिली, वहीँ कुछ अपनी ही पार्टी से खफा हो गए। भाजपा के 26 पदाधिकारियों ने बगावत कर अपनी ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया वहीँ हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए गंभीर आरोप लगाएं हैं। 2014 में इंद्री विधानसभा से विधायक और हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं वन विभाग के पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज पदाधिकारी थे, जिन्होंने अब पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
अपने इस्तीफे पर कर्ण देव कांबोज ने पार्टी पर तंज कस्ते हुए कहा कि बीजेपी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली पार्टी नहीं रही। आगे उन्होंने कहा कि अब पार्टी में गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जो पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं। वफादार कार्यकर्ताओं को देखा नहीं जाता, नजरअंदाज किया जाता है। कांबोज ने बताया कि उनके परिवार और उन्होंने कई वर्षों तक बीजेपी की सेवा की, लेकिन पार्टी को उनके योगदान की कोई कीमत नहीं।
इस्तीफे में कांबोज ने उल्लेख किया कि बीते पांच सालों में ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पूरे हरियाणा में काम किया साथ ही 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इतना सब करने के बाद भी पार्टी ने उनके योगदान को नहीं देखा और उन्हें टिकट भी नहीं दिया। पार्टी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी वफादार कार्यकर्ताओं के जगह उनको टिकट दिया जो हालिया पार्टी में शामिल हुए हैं।
भाजपा पार्टी के फैसलों की सख्ती से आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा अब कांग्रेस की तरह हो गई है। उन्होंने कहा की पार्टी में अब पुराने हुए वफादार कार्यकर्ताओं को कोने में करके नए चेहरे को प्राथमिकता दे रहें है, तो भाजपा और कांग्रेस में अंतर क्या है? इस्तीफे में उन्होंने यह भी बताया कि उनका आगे का फैसला उनके समर्थकों के ऊपर निर्भर हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया की समर्थकों के निर्णय के अनुसार अगला कदम उठाएंगे।