पवन शर्मा, India News (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Winter Session 2023 Day 1, चंडीगढ़ : हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि प्रदेश में सभी रेलवे अंडरपास पर लोक निर्माण विभाग द्वारा शेड लगाए जाएंगे, इसकी पॉलिसी बना दी गई है। करनाल और जींद में ये शेड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
उन्होंने यहां हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के एक सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न के ज़वाब में बताया कि बरोदा क्षेत्र के जिन अंडरपास का विधायक ने जिक्र किया है, वे अंडरपास भारतीय रेलवे के हैं। उन्होंने बताया कि गांव भैंसवालखुर्द से गांव माहरा तक सड़क के पहुंच मार्ग पर शेड उपलब्ध कराने का कार्य प्रगति पर है, जबकि शेष 6 अंडरपास बनाने का कार्य वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित किया गया है और सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दुष्यंत चौटाला ने बताया कि जींद में एनएच-152 डी और दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे के क्रॉस जंक्शन के पास एक औद्योगिक मॉडल टाउनशिप स्थापित करने का प्रस्ताव विचाराधीन है। डिप्टी सीएम ने बताया कि जींद में राज्य सरकार की मंजूरी लेने के बाद दो संभावित स्थलों की पहचान की गई है और सभी तंत्रोंयानी ई-भूमि, लैंड पूलिंग पॉलिसी-2022 और लैंड पार्टनरशिपपॉलिसी-2022 के माध्यम से खरीद के लिए प्रक्रिया की गई है। ई-भूमि पोर्टल पर भूमि मालिकों से प्राप्त प्रतिक्रियाओं के आधार परसाइट/क्षेत्र को अंतिम रूप दिए जाने के बाद एचएसआईआईडीसीद्वारा विस्तृत विशिष्ट साइट मूल्यांकन किया जाएगा।
दोनों स्थलों के गांवों का विवरण देते हुए बताया कि साइट-1 (अस्थायी क्षेत्र 2000 एकड़) जिसमें खरक गाडियान (लगभग 440 एकड़), धतरथ (लगभग 1080 एकड़), जामनी (315 एकड़ लगभग), खेरी तलोदा (150 एकड़ लगभग) और अमरावलीखेड़ा (15 एकड़ लगभग) में जमीन प्रस्तावित है। इसी प्रकार साइट- II (अस्थायी क्षेत्र 1800 एकड़) के गांव जामनी (लगभग 890 एकड़), भूरान (610 एकड़ लगभग), अमरावली खेड़ा (300 एकड़लगभग) जमीन प्रस्तावित है।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि जींद के गांव जामनी, अमरावली खेड़ा, खरक गाडियान, धतरथ और भूरान की राजस्वसम्पदा सफीदों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आती है तथा गाaव खेड़ी तलौदा की राजस्व संपदा जींद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आती है।
वहीं हरियाणा के जनस्वास्थ्य मंत्री डॉ. बनवारीलाल ने कहा कि पलवल के कुछ क्षेत्रों में भूमिगत जल की कठोरता अनुमेय सीमा से अधिक होने के कारण शहर के आसपास रैनीवेल योजना के लिए संभावना सर्वेक्षण का कार्य प्रगति पर है। यदि संभव हुआ तो इस कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। सर्वेक्षण कार्य पर 20 लाख रुपए से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। यह कार्य में इस माह के अंत तक पूर्ण होने की संभावना है। इसमें 14 बोर किए गए हैं और 10 एमएलडी क्षमता के 6 रेनीवेल भी लगा।
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