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Bhiwani: कोविड मुक्त गांव
Bhiwani: कोविड मुक्त गांव
PUBLISHED BY:
haryanadesk • LAST UPDATED : July 4, 2021
भिवानी/रवि जांगड़ा
हरियाणा के भिवानी जिला के सात गांव ऐसे है, जहां कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान एक भी केस नहीं पाया गया है. इसके पीछे की सफलत इन गांवों के जागरूकता और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना हैं. कोरोना महामारी में बड़ी संख्या में देश भर में कोरोना के मामले पाए गए, परन्तु भिवानी जिला के सात गांव ढ़ाणी लक्ष्मण, जगरामबास, भारीवास, बड़दू, बसीरवास, ढ़ाणी केहरा, लाडावास में एक भी कोरोना का केस दर्ज नहीं किया गया.
भिवानी के लोगों ने न केवल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया, बल्कि वैक्सीनेशन प्रक्रिया में भी हिस्सा लिया तथा मास्क का प्रयोग करना, बार-बार हाथ धोना तथा एक-दूसरे से उचित दूरी बनाए रखने के नियमों का पालन किया है. इसी का नतीजा है कि भिवानी जिला के ये सात गांव कोविड की दूसरी लहर के दौरान किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हुए तथा यहां पर कोई भी कोरोना का केस दर्ज नहीं किया गया है.
भिवानी के उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य और डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि भिवानी जिला में अब तक तीन लाख 10 हजार लोगों को वैक्सीने लगाई जा चुकी हैं. तथा तीन लाख 15 हजार लोगों का कोरोना टैस्ट किया जा चुका है तथा जुलाई माह के अंत तक भिवानी जिला में आठ लाख लोगों को वैक्सीनेट किए जाने का लक्ष्य रखा गया हैं, ताकि हार्ड इम्यूनिटी विकसित होकर कोरोना महामारी से बचा जा सकें. उन्होंने बताया कि भिवानी जिला के सात गांव ऐसे है, जहां पर कोविड की दूसरी लहर के दौरान एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया. गाँव में ग्रामीणों ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के कारण संभव हो पाया हैं. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इन गांवों में कोविड प्रोटोकाल का पालन करने तथा कोविड सैंपलिंग के लिए बार-बार गए तथा लोगों को जागरूक किया. इसका नतीजा यह रहा कि इन गांवों में एक भी कोविड केस नहीं पाया गया.
वही गांव जोगी बड़दू के निवासी रणजीत नंबरदार एवं संजय जोगी ने बताया कि उनके गांव में लोगों ने सरकार की हिदायतों के अनुसार कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया तथा उन्होंने मास्क का प्रयोग करने के साथ ही बार-बार साबुन से हाथ धोने तथा उचित सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया. जिसके चलते उनके गांव में कोविड का कोई भी मामला नहीं पाया गया. सार्वजनिक रूप से हुक्का पीने और सामूहिक रूप से सामाजिक गतिविधियों में सोशल डिस्टेंसिंग की हिस्सेदारी की, जिसके चलते वे कोरोना महामारी से बच गए.
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