India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Election Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का ठिकरा किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि हुड्डा की राजनीतिक सोच और निर्णय क्षमता को लेकर उनके मन में गंभीर प्रश्न हैं। चढूनी का मानना है कि कांग्रेस के पक्ष में जो माहौल किसान आंदोलन से बना था, वह भूपेंद्र हुड्डा की वजह से बेकार चला गया।
गुरनाम सिंह चढूनी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले कोई स्पष्ट समझौता नहीं किया और सब कुछ हुड्डा पर छोड़ दिया। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर हुड्डा को पार्टी का नेतृत्व सौंपा गया, तो इससे कांग्रेस का नुकसान होगा, और अब यह सच साबित हो गया है।
Kurukshetra, Haryana: Bhartiya Kisan Union President, Gurnam Singh Charuni says, "I believe that Bhupinder Hooda is quite foolish. The atmosphere created in Haryana in favor of the Congress was made by us…The biggest reason for the Congress's defeat, is that he did not make any… pic.twitter.com/WRNHmAr1Tw
— IANS (@ians_india) October 13, 2024
चढूनी ने कहा कि अगर हुड्डा ने अभय चौटाला के साथ समझौता किया होता और उन्हें एक टिकट दिया होता, तो उनकी पार्टी को हरियाणा में बेहतर परिणाम मिल सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि हुड्डा ने कई प्रमुख नेताओं को किनारे कर दिया, जिनमें रमेश दलाल, हर्ष छिकारा, और कुमारी शैलजा शामिल हैं।
किसान नेता ने कांग्रेस आलाकमान से अपील की कि वे हुड्डा को विपक्ष का नेता न बनाएं, क्योंकि पिछले 10 सालों में उन्होंने विपक्ष की भूमिका सही ढंग से नहीं निभाई। चढूनी ने यह भी कहा कि किसानों की आवाज को संसद और विधानसभा में पहुंचाना जरूरी है, ताकि उनकी समस्याएं उचित तरीके से उठाई जा सकें।
इसके अलावा, चढूनी ने कांग्रेस के अहंकार को पार्टी के लिए नुकसानदायक बताया और सुझाव दिया कि अगर प्रियंका गांधी पार्टी की कमान संभालें, तो कांग्रेस को नया जीवन मिल सकता है। उन्होंने साफ कहा कि अगर कांग्रेस ने अपने नेतृत्व पर ध्यान नहीं दिया, तो भाजपा का राज कायम रहेगा।