India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Elections: हरियाणा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा के बीच की खटपट किसी से छिपी नहीं है। हाल ही में राहुल गांधी ने अंबाला के नारायाणगढ़ में दोनों नेताओं का हाथ मिलवाकर कांग्रेस की एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की, लेकिन इसके बावजूद सार्वजनिक मंचों पर दोनों के बीच बातचीत की कमी साफ नजर आती है।
मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान कुमारी सैलजा ने भूपेंद्र हुड्डा के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने आखिरी बार हुड्डा से कब बात की थी, तो उन्होंने हैरान करने वाला जवाब दिया कि उन्हें याद नहीं आ रहा। सैलजा ने यह भी कहा कि 2019 के बाद से उनकी और हुड्डा की बातचीत लगभग बंद हो चुकी है।
कुमारी सैलजा ने बताया कि जब वह पीसीसी चीफ थीं, तब उनकी बातचीत हो जाती थी, लेकिन उसके बाद यह सिलसिला खत्म हो गया। चुनावों के समीप होने के बावजूद उन्होंने इस मुद्दे पर अधिक खुलकर बात करने से इनकार कर दिया। इस बीच, बीजेपी कांग्रेस पर गुटबाजी का आरोप लगाती रही है, दावा करते हुए कि कांग्रेस में सैलजा और हुड्डा के बीच दो अलग-अलग खेमे हैं।
फिर भी, राहुल गांधी ने हाल में दोनों नेताओं का हाथ मिलवाकर यह संदेश दिया कि कांग्रेस एकजुट है और गुटों में नहीं बंटी है। यह स्थिति हरियाणा में कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी की गंभीरता को दर्शाती है और देखना यह होगा कि चुनावी समय में ये मतभेद कितने महत्वपूर्ण साबित होते हैं।