डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Floods Effect, चंडीगढ़ : पिछले कई दिन हुई भारी बारिश लोगों के लिए आफत बनकर उभरी है। सरकार ने इसको बाढ़ की श्रेणी में रखा है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। फिलहाल के हालात देखते हुए स्थिति अभी गंभीर है। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब तेजी से बीमारियों का खतरा भी बढ़ा है। प्रदेश के 12 जिले तो सीधे तौर पर बाढ़ से प्रभावित हैं और यहां कई तरह की बीमारियों के मामलों में काफी इजाफा भी हुआ है। इसको देखते हुए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को लगातार हेल्थ कैंप लगाने के आदेश जारी किए हुए हैं।
इन कैंप में इलाज के लिए आए मरीजों के आंकड़ों से पता चलता है कि लोग कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हैं। वहीं वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने भी एडवाइजरी व अलर्ट जारी किया है। जारी आधिकारिक पत्र में लिखा है कि पिछले कई दिनों हुई बारिश के चलते बनी स्थिति को देखते हुए सभी जिलों में सिविल सर्जन ये सुनिश्चित करे कि ये एक आपातकालीन स्थिति है।
ऐसे में सभी जिला प्रशासन के साथ सामंजस्य बैठाकर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए। इसके अलावा नॉन क्लीनिकल स्टाफ 24 घंटे तैनात रहेगा। इसके अलावा सभी की सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित की जाए। वहीं लेबर रुम, इमरजेंसी, एसएनसीयू और ओपीडी एरिया को लेकर भी तमाम जरूरी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
पिछले कुछ समय में हरियाणा डेंगू के मरीज लगातार बढ़े हैं और इसके चलते भी चिंता बढ़ी है। वहीं बाढ़ प्रभावित गांवों में भरे पानी की वजह से डेंगू और मलेरिया के वाहक मच्छर पैदा हो रहे हैं। मोबाइल टीमों को हर वक्त अलर्ट पर रखा गया है। लोगों को इससे बचाव को जागरूक करने के साथ फॉगिंग भी कराई जा रही है। कड़ों में सामने आया है कि हरियाणा में जुलाई तक 98 मरीज रिपोर्ट हुए हैं। इनमें से अकेले जींद में बीमारी के 42 मरीज रिपोर्ट हुए हैं जोकि चिंताजनक है। इनमें से 82 तो सरकार अस्पतालों में रिपोर्ट हुए हैं और बाकी 16 की पुष्टि प्राइवेट अस्पतालों में हुई है। वहीं बीमारी के चलते एक मरीज की मौत भी हुई है।
वहीं आपको यह भी बता दें कि भयंकर बारिश के चलते उपजे हालात में बुखार के मरीज निरंतर बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हरियाणा में पिछले कुछ दिन में 6 हजार से ज्यादा मरीज रिपोर्ट हुए हैं। हर रोज 400 से 500 नए मरीज इलाज के लिए हेल्थ कैंप में आ रहे हैं। बीमारी के चलते प्रदेश भर में अब तक दर्जन भर से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई तरह की बीमारी लगातार फेल रही हैं। इसके अलावा पेट दर्द व पेट की बीमारी से संबंधित रोगों में भी इजाफा हुआ है। पानी जनित रोगों में तेजी आने से स्वास्थ्य कैंपों में लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ी है। आंकड़ों के अनुसार पेट दर्द या स्टमक इंफेक्शन के मरीज इलाज के लिए निरंतर मेडिकल कैंप व अस्पतालों में आ रहे हैं। वहीं आंखों में फेक्शन संबंधित बीमारी के रोगियों में भी उछाल आया है। साथ ही फंगल रोगी भी बढ़े हैं। त्वचा रोगी तो सबसे ज्यादा बढ़े हैं। स्थिति ये है स्वास्थ्य कैंप में स्किन डिजीज के हर रोज 500 से ज्यादा मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में अब तक बुखार के 6657 मामले रिपोर्ट हुए हैं और आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद है। वहीं अब तक सबसे ज्यादा स्किन इन्फेक्शन संबंधी 8729 मामले रिपोर्ट हुए हैं। इसके अलावा गैस्ट्रोएन्टराइटिस के कुल 1577 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा अन्य इन्फेक्शन के कुल 1922 मामले कंफर्म हुए हैं। सांप द्वारा काटे जाने के कुल 41 केस प्रदेशभर में अब तक रिपोर्ट हुए हैं। वहीं आंकड़ों से सामने यह भी आया है कि सभी तरह के इन्फेक्शन मिलाकर कुल 31566 मरीज सामने आए हैं।
बीमारियों के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी अस्पतालों में रूटीन में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां उपलब्ध होना जरूरी है। साथ ही जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी आदेश जारी किए गए हैं। आदेशों क अनुसार सभी सिविल सर्जन को सुनिश्चित करना है कि अस्पतालों में एसेंशियल मेडिसिन (आवश्यक दवाइयां) स्टॉक में मौजूद हों।
इसमें ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट (ओआरएस), आईवी फ्लूड व सिरिंज, जिंक टेबलेट, क्लोरीन टैबलेट, जिंक टेबलेट और एंटीबायोटिक का प्रबंध करने को कहा गया है। इसके अलावा डायरिया के इलाज में काम आने वाली दवा भी अस्पताल में हों। इसके अलावा सांप के काटने के चलते मरीज की मौत होने की भी संभावना रहती है। सर्पदंश के इलाज में काम आने वाली एंटी वेनम की उपलब्धता भी होना चाहिए। साथ ही एंटी रेबीज इंजेक्शन भी हों। इस मौसम में फंगल के केसिज भी बढ़ते हैं तो एंटी फंगल मेडिसिन भी हो।
हरियाणा में जहां पिछले कई दिन से बारिश नहीं होने से राहत मिली है तो वहीं चंडीगढ़ मौसम विभाग की तरफ से 1 सप्ताह के लिए हरियाणा में येलो अलर्ट जारी किया गया है। कई जगहों पर हल्की बूंदाबांदी बताई गई है। वहीं कई जगहों पर आने वाले दिनों में बारिश की संभावना है।
वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार द्वारा बाढ़ के बाद बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तमाम प्रबंध किए गए हैं। सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। लोगों को पैनिक होने की जरुरत नहीं है और अस्पतालों में तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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