10 रुपये बढ़ाई गन्ने की कीमतः
HARYANA GOVERNMENT:हरियाणा सरकार ने गन्ने की कीमत बढ़ा दी है। सरकार ने 10 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा किया है। राज्य स्तरीय पर गठित कमेटी की रिपोर्ट के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने कीमतों में इजाफा किया है। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पिछले साल तक हमारे राज्य में गन्ने का प्राईज़ 362 था और अब 10 रुपए की बढ़ोतरी के साथ इस साल का गन्ने का प्राईज़ 372 रुपए रहेगा। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि अगले साल भी सरकार गन्ने का रेट बढ़ाएगी।
मंगलवार को हुई थी बैठकः
मंगलवार को हरियाणा हाउस में कृषी मंत्री जे पी दलाल की अध्यक्षता में हुई बैठक करीब दो घंटे तक चली। जिसमें गन्ने की लागत और चीनी की क़ीमतों को लेकर चर्चा हुई।
गन्ने की कीमत बढ़ाने को लेकर मंगलवार को हुई चर्चाः
बैठक में मौजूद अधिकतर सदस्यों ने गन्ने की कीमतें बढ़ाकर पंजाब से ज्यादा करने का समर्थन किया। पंजाब में गन्ने का मूल्य 380 रुपय प्रति क्विंटल है। वहीं हरियाणा में 362 रूपय प्रति क्विंटल है। बैठक के बाद कृषी मंत्री जेपी दलाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने सभी मुद्दों पर गहनता से विचार किया है। गन्ने का मूल्य बढ़ाने को लेकर समीक्षा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें गन्ने का मूल्य बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। हालांकी रेट बढ़ाने को लेकर अंतरिम फैसला मुख्यमंत्री ही लेंगे। यह मीटिंग दो घंटे तक चली जिसमें विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, विधायक हरविंद्र कल्याण, विधायक रामकरण काला, विधायक प्रवीण डागर, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, कृषि विभाग की एसीएस सुमिता मिश्रा समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए।
सरकार की शुगर मिलों को अपग्रेड करने की मुहिमः
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शुगर मिलों को अपग्रेड कर रही है। करनाल, पानीपत मिलों की सरकार ने क्षमता बढ़ाई है। हमारी कोशिश है कि चीनी की रिकवरी भी बढ़े। हम शाहबाद, यमुनानगर में हमने एथेनाल प्लांट, नारायणगढ़ में पावर प्लांट लगाकर मिलों को अपग्रेड कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों से अपील है कि वह अपना गन्ना लेकर मिलों में जाएं ताकि विधिवत मिलों को शुरू किया जा सके।
नहीं होने देंगे किसी भी किसान का नुकसानः
सर्दी की वजह से हुए रबी की फ़सल के नुक़सान की भरपाई 5 फ़रवरी से शुरू की जाएगी। पटवारियों का पे-स्केल अपग्रेड कर 32100 किया गया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि रबी की फ़सलों में हुई नुकसान की भरपाई 5 फरवरी से शुरू की जाएगी। इसमें स्टेट गवरमेंट की नीती के तहत 12 हजार से लेकर 15 हजार रुपय प्रति एकड़ तक मुआवजा देने का प्रावधान है। हमारी सरकार किसी भी किसान का नुकसान नहीं होने देगी।
पहले भी बढ़ाई गई हैं गन्ने की कीमतेः
इससे पहले भी साल 2021 में गन्ने की कीमतें 350 रुपय प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 362 रुपय प्रति क्विंटल कि गई थी। वहीं इस साल भी गन्ने की कीमतों में सीएम ने 10 रुपये का इज़ाफा किया है।