India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana goverment: हरियाणा में नायब सरकार के आने के बाद पार्टी ने सारा कार्येभार संभाला हुआ है। परली जलने के बढ़ते मामलों के मद्देनजर हाल ही में नायब सरकार ने एक आदेश जारी किया। जिस आदेश में परली जलाने वाले किसानों पर FIR की जाएगी। हरियाणा पुलिस द्वारा इस धान के मौसम में पराली जलाने के मामले में पहली गिरफ्तारी के एक दिन बाद कैथल पुलिस ने सोमवार को 10 लोगों को गिरफ्तार किया, जिससे जिले में पराली जलाने वालों की संख्या 14 हो गई। कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए फसल अवशेष जलाने के आंकड़ों के अनुसार, उस दिन खेतों में आग लगाने के केवल दो मामले सामने आए, जिनमें से एक फरीदाबाद और एक झज्जर जिलों में था।
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आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने में अब तक यह सबसे कम मामले हैं। 1 अक्टूबर को तीन मामले दर्ज किए गए थे। वहीं 15 सितंबर से शुरू हुए इस धान के मौसम में सोमवार तक राज्य में पराली जलाने के 655 मामले दर्ज किए गए। वहीं कैथल पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि सरकारी आदेशों का उल्लंघन कर फसल अवशेषों को आग लगाने के आरोप में पुंडरी में पांच किसानों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं ढांड और गुहला में तीन-तीन किसानों को और अन्य क्षेत्रों में शेष किसानों को गिरफ्तार किया गया।
हरियाणा से लेकर दिल्ली-पंजाब में किसानों के पराली जलाने के कारण प्रदुषण दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। कजिसके कारण हरियाणा सरकार को एक्टिव होना पड़ा और यह फैसला लेना पड़ा। वहीं कैथल के कृषि उपनिदेशक बाबू लाल ने जानकारी दी कि जिले में 123 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 40 मामलों में आग लगने का स्थान नहीं पाया गया। 1.57 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है। कैथल के डिप्टी कमिश्नर विवेक भारती ने कहा कि इस साल जिले के 21,485 किसानों को पराली प्रबंधन के लिए 21.88 करोड़ रुपये दिए गए हैं।