बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में डीजी रहते डॉ. सोनिया को लेकर हाल में हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज का चीफ मिनिस्टर ऑफिस में तैनात उनके पति आरके खुल्लर से विवाद हो गया था। उसके बाद विज ने 5 अक्टूबर से ही स्वास्थ्य विभाग का काम देखना बंद कर दिया था। इसके बाद सीएम ने डॉ. सोनिया को स्वास्थ्य विभाग से हटाकर विज को मनाया। उसके अगले ही दिन डॉ. सोनिया को कमीशन मेंबर बनाने का फैसला ले लिया और एक साथ दो निशाने साधे।
उन्होंने नाराज चल रहे अपने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को तो मनाया ही, साथ में डॉ. सोनिया को अहम पद देकर अपने भरोसेमंद अफसर राजेश खुल्लर को भी खुश कर दिया। ये भी बता दें कि डॉ. सोनिया त्रिखा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास अपना इस्तीफा भेजा था। इसके बाद सीएम ऑफिस से फाइल बनाकर स्वास्थ्य विभाग के एसीएस को भेज दी गई। जहां से फाइल स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास पहुंची।
इसके बाद एसीएस की मंजूरी के बाद डॉ त्रिखा का वीआरएस मंजूर हो गया। चूंकि डॉ. त्रिखा की सर्विस बीस साल से अधिक की थी, इसलिए उन्हें सर्विस से जुड़े सारे लाभ दिए जाएंगे। इससे पहले वह 2022 में स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक बनी थीं। उनकी रिटायरमेंट जनवरी-2026 में होनी थी, लेकिन उन्होंने स्वैच्छिक रिटायरमेंट ले ली। ये भी बता दें कि अगर कोई सरकारी नौकरी में है, इसलिए बतौर मेंबर उनकी नियुक्ति को मंजूरी नहीं दी जा सकती।