पवन शर्मा, India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Monsoon Session, चंडीगढ़ : मानसून सत्र के तीन दिन इस बार पहले की तरह भले ही इतने हंगामेदार नहीं रहे हों, मगर कई अहम मुद्दों पर सदन में तनातनी जरूर बनी रही। मामला चाहे बाढ़ का रहा हो या फसलों की बर्बादी का, नूंह हिंसा का या सीईटी से लेकर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की बर्खास्तगी का। पीपीपी को लेकर भी कांग्रेस सदन में भाजपा सरकार को लगातार घेरती नजर आई। सदन की सबसे खास बात यह रही कि भले ही विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा हों, मगर कांग्रेस की तोशाम से विधायक किरण चौधरी उनसे कहीं अधिक सरकार के प्रति मुखर नजर आई।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल रही है। रोजगार के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हरियाणा के युवा सीईटी से पूरी तरह परेशान हैं। 11 लाख 22 हजार 200 युवाओं ने सीईटी एग्जाम दिया और 3 लाख 59 हजार ने क्वालीफाई किया।
सीईटी के फाइनल एग्जाम के लिए बुलाए गए अभ्यार्थियों की संख्या रिक्तियों की संख्या से चार गुना तक सीमित कर दी गई थी। सीईटी में सवाल रिपीट हुए हैं, ऐसे में पेपर सेट करने वाली एजेंसी पर क्या कार्यवाही की गई। उन्होंने कहा कि एग्जाम में सवाल बार-बार दोहराए जाते हैं और देर रात तक भी बच्चों को ये नहीं पता चलता कि कल एग्जाम होगा भी या नहीं। उन्होंने पूछा कि सीईटी प्रक्रिया में जो युवा ओवर-एज हो गए हैं, उनके लिए क्या रिलीफ मिलेगा।
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