पवन शर्मा, Chandigarh News: अगले 2 से 3 वर्षों में हरियाणा प्रदेश का बड़ा इंडस्ट्रीज हब नजर आएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक विशेष रोड मैप तैयार कर लिया है। इस मैप के हिसाब से हरियाणा में नए हवाई अड्डे, रेल और सड़क नेटवर्क, कंटेनर डिपो, कंटेनर माल स्टेशनों सहित औद्योगिक क्षेत्रों को मजबूत कनेक्टिविटी प्रदान करने की योजना है। मनोहर लाल का कहना है कि हरियाणा में कई सेक्टरों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए निवेशक बेझिझक होकर प्रदेश में निवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र का हरियाणा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही हरियाणा मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरकर देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी पहचान कायम करेगा।
सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास को तेजी से बढ़ावा दे रही है। न केवल भारतीय कंपनियां, बल्कि विदेशों की बड़ी संख्या में नामी-गिरामी इंडस्ट्रीज हरियाणा में बड़े स्तर पर निवेश की तैयारियां कर रही है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सकारात्मक बदलाव कर प्रदेश को औद्योगिक विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का रोडमैप तैयार किया है। प्रदेश में उद्योगों के लिए उपयुक्त माहौल तैयार किया जा रहा है तथा उद्यमियों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। इसी का नतीजा है कि देश की बड़ी इंडस्ट्रीज के साथ-साथ विदेशी कंपनियां भी हरियाणा में निवेश की इच्छुक हैं, वहीं कई कंपनियों ने निवेश संबंधी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन कंपनियां के निवेश से राज्य के विकास के पहिए की रफ्तार बढ़ी है।
अब मारुति सुजुकी भी राज्य में अपना तीसरा संयंत्र लगा रही है। 19 मई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल)/सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम आईएमटी, खरखौदा में क्रमश: 800 एकड़ और 100 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। यह कदम इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट में मील का पत्थर साबित होगा। नए इंडस्ट्रियल प्लांट्स के बूते हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री की सोच है कि हरियाणा में बड़े-बड़े उद्योग स्थापित कर प्रदेश को विकास में पहले स्थान पर लाया जाए। इसी सोच के अनुरूप प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए हवाई अड्डों, रेल और सड़क नेटवर्क, कंटेनर डिपो, कंटेनर माल स्टेशनों सहित औद्योगिक क्षेत्रों को मजबूत कनेक्टिविटी प्रदान की गई है। इसके चलते हरियाणा में अन्य राज्यों की अपेक्षा मैन्युफैक्चरिंग और व्यापार करना आसान हो जाता है। क्रेन, कार, लिफ्ट, दोपहरिया वाहन व फुटवियर उत्पादन में हरियाणा अग्रणी राज्य है। प्रदेश में 28540 एकड़ भूमि पर 36 औद्योगिक मॉडल टाउनशिप विकसित की गई हैं।
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