इशिका ठाकुर, Karnal News: हरियाणा के जिले करनाल के घरौंडा निवासी बीएसएफ जवान विनोद कुमार का श्रीनगर में शहीद होने के बाद शव घर पर पहुंचा, जिसका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक लोग और भारतीय सेना के जवान शामिल हुए। शहीद की अंतिम यात्रा पर शामिल हुए हर इंसान की आंखों में उनके प्रति सम्मान और आंसू भरे हुए थे।
बीएसएफ की तरफ से आए इंस्पेक्टर ने बताया कि विनोद कुमार श्रीनगर कैंप के हेड क्वार्टर के काम को अच्छे से संभाल रहे थे। कि अचानक उनको सीने में दर्द हुआ। ईसीजी भी नॉर्मल आई थी। ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। उसके बाद 9 बजे अचानक शहीद हो गए। इनकी बीएसएफ में 32 साल की सर्विस हो चुकी थी। गार्ड आॅफ आॅनर के साथ पार्थिव शरीर को श्रीनगर से हरियाणा के लिएरवाना किया गया था।
ग्रामीणों ने बताया कि विनोद धीमान ने सेना में भर्ती होकर देश की सेवा की। विनोद के पिता ने बताया कि 10 जून को छुट्टी पर आना था। मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था। 2 दिन पहले ही विनोद से फोन पर बातचीत हुई थी।
विधायक हरविंदर कल्याण ने बताया कि गांव कैमला निवासी बीएसएफ जवान विनोद कुमार धीमान शहीद हुए हैं। जिस घर में इस तरह के सपूत पैदा होते हैं। वह किस्मत वाले होते हैं। जो त्याग उन्होंने दिया है। वास्तव में जब तक सूरज चांद रहेगा। तब तक विनोद धीमान का नाम रहेगा।
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