Haryana News : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि आधुनिक युग के निर्माण में श्रमिकों का अहम योगदान है। सरकार द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रम कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। औद्योगिक एवं वाणिज्यिक संस्थाओं में कार्यरत श्रमिकों व उनके आश्रितों लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है।
खट्टर ने कहा कि श्रमिकों को कुशल बनाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा पलवल के गांव दुधौला में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय बनाया गया है। जिसके माध्यम से श्रमिकों को उनके कार्यों में निपुण किया जाएगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के तत्वाधान में गुरु शिष्य कौशल सम्मान योजना शुरू की। इसके तहत 75,000 युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए 208 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दूधौला पलवल में आयोजित राज्य स्तरीय राजकीय श्रमिक दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि लोगों को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड के अनुसार श्रमिकों के 11 लड़कियों को ई स्कूटी दिया। विभिन्न श्रेणियों के श्रमिकों को श्रम वीर और श्रम वीरांगना अवार्ड से सम्मानित किया। इस मौके पर हरियाणा के श्रम मंत्री अनूप धानक, हरियाणा भूमि सुधार एवं विकास निगम के चेयरमेन एवं होडल के विधायक जगदीश नायर,हरियाणा वेयर हाउस के चेयरमैन नयनपाल रावत,पलवल विधायक दीपक मंगला,हथीन विधायक प्रवीण डागर सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई। इस योजना से कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाएगी। साथ ही स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत विश्वकर्मा समुदाय से संबंध रखने वाले लोगों का हुनर निखरेगा। विश्वकर्मा समुदाय के लोगों को 3 लाख रूपए तक का बिना गारंटी ऋण दिया जाएगा। 15 हजार रूपए तक की टूलकिट प्रदान की जाएगी। सीएम ने कहा कि हमारा देश आर्थिक और औद्योगिक विकास में दूसरे विकसित देशों की तरह तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत विश्व की तीन बड़ी महाशक्तियों में शुमार हो जाएगा।
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