मुख्य नियुक्ताओं के लिए ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन करवाना किया अनिवार्य, पोर्टल लॉच कर्मचारियों का पीएफ जमा न करवाने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. अब सभी मुख्य नियुक्ताओं के लिए अपने अधीन काम करने वाले ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य किया गया है. इसके लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने एक पोर्टल भी लॉच किया है. जिसके माध्यम से मुख्य नियुक्ता ऑनलाइन तरीके से भी अपने अधीर ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन करवा सकता है. यही नही अगर कोई मुख्य नियुक्ता अपने अंडर में काम करने वाले ठेकेदार का रजिस्ट्रशेन नही करवाता है और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन संबंधित ठेकेदार की जांच में पाता है कि उसने अपने कर्मचारियों का पीएफ जमा नही करवाया है तो इसकी भरपाई मुख्य नियुक्ता द्वारा करवाई जाएगी.
औद्योगिक क्षेत्र(Industrial area) में फैक्ट्रियों में काम करवाने का तौर तरीका आम तौर पर के तहत होता है. ऐसे में ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुए कर्मचारियों का पीएफ गटक जाते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा. इसके लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का एक पोर्टल लांच किया गया है. जिसके जिसके माध्यम से मुख्य नियुक्ता ऑनलाइन तरीके से भी अपने अधीन ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन करवा सकता है. यही नहीं अगर कोई मुख्य नियुक्ता अपने अंडर में काम करने वाले ठेकेदार का रजिस्ट्रशेन नहीं करवाता है और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन संबंधित ठेकेदार की जांच में पाता है कि उसने अपने कर्मचारियों का पीएफ जमा नही करवाया है तो इसकी भरपाई मुख्य नियुक्ता द्वारा करवाई जाएगी.
गौरतलब है कि मौजूदा समय में अधिकतर काम ठेकेदारी के माध्यम से हो रहे हैं. किसी कम्पनी का मालिक या फिर कोई बड़ा विभाग अपने काम करवाने के लिए ठेकेदारों की नियुक्ती करता है. ठेकेदार अपने नीचे कर्मचारियों को रखते हैं और उनसे काम करवाते हैं. परन्तु कई बार कर्मचारी शिकायत करते हैं कि ठेकेदार उनका पीएफ का पैसा जमा नही करवा रहा हैं. जबकि ठेकेदार कम्पनी के मालिक या फिर विभाग से कर्मचारियों के पीएफ का पैसा लेता रहता है. मुख्य नियुक्ता के पास ऐसा कोई सिस्टम नहीं था कि वह सीधे तौर पर जांच कर सके कि ठेकेदारों को वो कर्मचारियों का वेतन व पीएफ दे रहा है, ठेकेदार उसे सही ढंग से आगे बढ़ा भी रहा है या नहीं. इस समस्या के समाधान के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने एक पोर्टल लॉच किया है. जिस पर मुख्य नियुक्ताओं के लिए ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है. इस पोर्टल के माध्मय से मुख्य नियुक्ता एक क्लिक से आसानी से जान पाएगा कि संबंधित ठेकेदार कितने कर्मचारियों से काम करवा रहा है और उनका पीएफ जमा करवाया है या नहीं. इससे कर्मचारियों के हितों की भी रक्षा होगी.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने इस योजना को सफल बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की रुपरेखा तैयार की है. सोनीपत के सहायक भविष्य निधि आयुक्त हंसराज नैन ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुए हालातों के कारण जिले के मुख्य नियुक्ताओं के साथ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अधिकारी वेबीनार आयोजित कर रहे हैं. जिसके अंतर्गत मुख्य नियुक्ताओं को पोर्टल पर ठेकेदारों के रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. पोर्टल लॉच होने के बाद कई लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. रजिस्ट्रेशन के बाद मुख्य नियुक्ता आसानी से यह देख पाएंगे कि जो पैसा उन्होंने ठेकेदार को दिया है, वह पैसा कर्मचारियों के पीएफ में जमा हो पाया है या नहीं. इससे मुख्य नियुक्ताओं और ठेकेदारों के बीच पारदर्शिता भी बढ़ेगी.
सोनीपत के सहायक भविष्य निधि आयुक्त हंसराज नैन ने बताया कि काफी कर्मचारी ठेकेदारों पर आरोप लगाते है कि उनका पीएफ ठेकेदार जमा नही करवा पा रहे हैं. जबकि ठेकेदार मुख्य नियुक्ता से कर्मचारियों के पीएफ का पैसा लेते हैं. इस समस्या के समाधान के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पोर्टल लॉच किया है. जिसके माध्यम से मुख्य नियुक्ताओं को अपने ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. अभियान को सफल बनाने के लिए वेबीनार आयोजित किए जा रहे हैं. कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए लगातार कारगर कदम उठाए जा रहे हैं.