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Haryana Politics Updates : प्रदेश की राजनीति में आज दिखे दो बड़े बदलाव

• LAST UPDATED : March 12, 2024
  • प्रदेश को नया सीएम और दूसरा भाजपा-जजपा का गठबंधन टूटा

  • होम मिनिस्टर अनिल विज भाजपा विधायक दल की बैठक बीच में छोड़कर निकले

डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Politics Updates, चंडीगढ़ : हरियाणा में 12 मार्च के दिन दो बड़े राजनीतिक बदलाव देखने को मिले, पहला हरियाणा में मनोहर लाल को हटाकर ओबीसी वर्ग से आने वाले नायब सैनी को नया मुख्यमंत्री बना दिया वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने साढ़े चार बाद सरकार में सहयोगी जजपा को बड़ा झटका देते हुए गठबंधन तोड़ दिया।

मंगलवाल को सुबह ही नए राजनीतिक समीकरण सामने आए। मंगलवार को गंठबधन तोड़ने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल होम मिनिस्टर अनिल विज के साथ राजभवन गए और वहां उन्होंने राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंपा। करीब पौना घंटे राजभवन में बिताने के बाद वो करीब 12 बजे वहां से भाजपा विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेना पहुंचे थे।

करीब दो घंटे तक विधायक दल की बैठक में दो पर्यवेक्षकों तरुघ चुघ और अर्जुन मुंडा की मौजूदगी में नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। इसी बीच करीब डेढ़ बजे अनिल विज अचानक बैठक बीच में ही छोड़कर बाहर आ गए। पार्टी के अंदरुनी सूत्रों ने बताया कि अनिल विज नहीं चाहते थे कि नायब सैनी को सीएम बने और यही मुख्य रूप से उनकी नाराजगी का कारण था। इससे पहले लगातार मनोहर लाल को हटाने और नायब सैनी या किसी अन्य को नया मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा निरतंर सोशल मीडिया पर चलती रही।

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मालूम रहे एक दिन पहले 11 फरवरी को गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रैस वे के उदघाटन कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा सीएम मनोहर लाल की तारीफ से ये संकेत मिले थे हरियाणा में वो मुख्यमंत्री बनेंगे रहेंगे और आने वाले लोकसभा और विधानसभा उनके नेतृत्व में लड़े जाएंगे लेकिन उम्मीदों और तमाम राजनीतिक समीकरणों को दरकिनार करते हुए भाजपा हाईकमान ने उनको पद से हटाते हुए ओबीसी वर्ग से आने वाले नायब सैनी को नया मुख्यमत्री बना दिया।

भाजपा विधायक दल की बैठक को बीच में ही छोड़कर अनिल विज पैदल ही हरियाणा निवास से एमएलए होस्टल पार्क तक आए। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने निरंतर उनसे पूछा कि वो क्या मीटिंग छोड़कर आए हैं और उनकी क्या नाराजगी है लेकिन उन्होंने कोई जवाब न देते हुए कहा कि बैठक जारी है। उनके साथ बाहर तक करनाल से सांसद संजय भाटिया भी आए। अनिल विज ने सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं किया और वो प्राइवेट वाहन में चले गए। इसके बाद संजय भाटिया से अनिल विज की नाराजगी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अनिल विज नाराज नहीं है और बैठक जारी है। बता दें कि मनोहर लाल के सीएम रहते अनिल विज और उनमें, होम विभाग, सीआईडी, आईपीएस तबादलों और पूर्व डीजी हेल्थ सोनिया त्रिखा खुल्लर समेत कई मुद्दों पर खुलकर तलखी और आपसी मतभेद सामने आए थे। इतना ही नहीं, पिछले दिनों उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में चीफ मिनिस्टर कार्यालय के हस्तक्षेप को लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए विभागीय दूरी बना ली थी और करीब दो महीने तक ये विवाद चला।

ओबीसी वर्ग को साधने की कोशिश

वहीं आपको बता दें कि हरियाणा के परिवार पहचान पत्र के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में करीब 30 फीसदी ओबीसी परिवार हैं और राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए उनको साधने के लिए हरियाणा नायब सैनी को सीएम बनाया गया है। पिछले साल अक्टूबर में जाट वर्ग सेआने वाले भाजपा दिग्गज ओपी धनखड़ को पद से हटाते हुए उनकी जगह नायब सैनी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। ये भी किसी से छिपा नहीं है कि जाट समुदाय और भाजपा में पिछले कुछ समय से खाई बढ़ी है। ऐसे में भाजपा ने ओबीसी वर्ग पर फोकस करते हुए नायब सैनी को नई जिम्मेदारी दी है।

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